रोहतक। युवा पीढ़ी को समाज उत्थान में अग्रसर रहे महापुरुषों के योगदान से रूबरू करवाना बहुत जरूरी है यह कहना है श्री कृष्ण कलानौर, प्रसिद्ध समाज सेवी हल्का कलानौर का। रोहतक सेक्टर 4 में आयोजित डॉ भीमराव अंबेडकर व महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती कार्यक्रम में श्री कृष्ण कलानौर ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत महापुरुषों के चरणों पर फूल अर्पित किए तथा मोमबत्तियां जलाई। कार्यक्रम में डॉ भीमराव अंबेडकर व महात्मा ज्योतिबा फुले की विचारधाराओं से लोगों को अवगत कराया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री भीम सिंह रंगा ने और स्टेज संचालन जगबीर कटारिया द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में लोगों ने भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल लोगों ने देश की इन महान शख्सियतों को याद किया और उनके विचारों को अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा ली। मुख्य अतिथि श्री कृष्ण कलानौर ने भाषण के दौरान कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर व महात्मा ज्योतिबा फुले जी के विचार तब भी समाज को दिशा देते थे और आज भी समाज को प्रेरणा देते है। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूषों की जयंती को सिर्फ रोहतक ही नहीं प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के रूप में मनाया जाना चाहिए, ताकि युवा पीढ़ी को समाज उत्थान में डॉ भीमराव अंबेडकर व महात्मा ज्योतिबा फूले के योगदान से रूबरू करवाया जा सकें।
समाज सेवी श्री कृष्ण कलानौर ने कहा कि इन महापुरुषों ने समाज में सामाजिक और आर्थिक बदलाव की बात की और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अग्रदूत ज्योतिबा फुले ने महिलाओं के लिए शिक्षा को प्राथमिकता बनाने के लिए काम किया। उन्होंने महिलाओं के लिए शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई और उन्हें सामाजिक रूप से स्थिर बनाने के लिए प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों ने भारतीय समाज में समाजिक असमानता और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष किया तथा उन्हे अपने अधिकारों की रक्षा की और उन्हें समाज में समानता की दिशा में ले जाने के लिए प्रोत्साहन दिया।
समाज सेवी श्री कृष्ण कलानौर ने समाज को नशे से दूर रहने का उपदेश दिया और समाज को एकत्रित व शिक्षित होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि समाज को जब भी उनकी जरूरत पड़ेगी वे हमेशा आगे खड़े रहेंगे और समाज को आगे बढ़ाने के लिए अग्रसर रहेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि श्री अशोक बिड़लान, श्री भीम सिंह रंगा व अतिथि के रूप में सतबीर बैमणी , राज सिंह सिंहमार , रणसिंह रंगा , राजेश जोगपाल व मुख्य वक्ता डॉ पूनम बैमणी, कौशल बिडलान और समस्त कार्यक्रम के कार्यकर्ता , जगबीर , अशोक पाक्समा, नीरज कुमार , उमेद सिंह , राकेश बैमणी ,जगदीश , संजय लारा , मास्टर राम प्रवेश आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी मेहमानों को संविधान की पुस्तक भेंट कर कार्यक्रम का समापन किया गया।