चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नकली व अवैध दवाइयों की बिक्री रोकने के लिए सख्ती से मॉनिटरिंग की जाए तथा विशेषकर ड्रग की हर मूवमेंट को ट्रैक किया जाए। ड्रग ऑफिसर जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कार्रवाई करें ताकि कोई घटना न हो सके।
मुख्य सचिव चंडीगढ़ में 7 वीं राज्य स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन कमेटी की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिलों में प्राइवेट एजेंसी, स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से नशा मुक्ति केन्द्र चलाए जाए ताकि जिन क्षेत्रों में केन्द्र नहीं हैं उनमें लोगों को नशे से निजात दिलवाई जा सके। उन्होंने कहा कि ड्रग से मुक्ति दिलाने के लिए चालान, टेस्टिंग पर फोकस किया जाए और युवाओं को सचेत एवं जागरूक करने के लिए स्कूल एवं कालेज स्तर पर भी विशेष फोकस रखा जाए। इसके अलावा जिला स्तर पर हर तीसरे माह एनकॉर्ड की मीटिंग नियमित रूप से की जाए।
बैठक में मुख्य सचिव को अवगत करवाया गया कि नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए चलाई जा रही हरियाण उदय योजना के तहत एंटी ड्रग कार्यक्रम में वार्ड, पंचायत व गांवों को ड्रग फ्री बनाने का कार्य किया जा रहा है। गत वर्ष के दौरान राज्य में लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए 1879 कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें 14 लाख 23 हजार 410 लोगों ने भाग लिया।
6510 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया
एंटी ड्रग गतिविधियों पर एक्शन लेते हुए 4681 केस दर्ज कर 6510 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा एनडीपीएस एक्ट के तहत 801 दोषियों पर केस तय हुए जिनकी 13.09 करोड़ रुपए की सम्पति जब्त की गई और नशीले पदार्थो की तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों के 31 अवैध कब्जो को डिमोलिश किया गया।
उन्होंने बताया कि एंटी ड्रग कार्यक्रम के तहत राज्य के नशा मुक्ति केन्द्रों की लगातार जांच की जा रही है तथा प्रहरी एप के माध्यम से 7523 नशा करने वाले व्यक्तियों की पहचान की गई जिन्हें नमक लोटा अभियान के माध्यम से नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
चुनाव में नियमित रूप से डाटा शेयर करने और आवश्यक सूचनाएं समय पर भेजने के निर्देश
मुख्य सचिव ने लोकसभा चुनाव को लेकर भी सभी उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से विस्तार से बातचीत की और आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।उन्होंने मतगणना केन्द्रों की तैयारी एवं उनकी निगरानी सुनिश्चित करने को भी कहा। इसके अलावा चुनाव के दौरान नियमित रूप से डाटा शेयर करने और सभी आवश्यक सूचनाएं समय पर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी व्यक्तिगत स्तर पर पूरी मुस्तैदी, जिम्मेवारी एवं दायित्व के साथ अपने कर्तव्य को निभाएं। उन्होंने कहा कि विशेषकर राज्य की सीमाओं पर नाकाबंदी में किसी प्रकार की लापरवाही एवं कोताही नहीं होनी चाहिए। इन नाकों पर शराब एवं अन्य सामान के आवागमन पर सख्त निगरानी रखी जाए।
बैठक में डीजीपी शत्रुजीत कपूर, डीजी जेल मोहम्मद अकिल, एसीएस सुधीर राजपाल, डा. जी अनुपमा, मुख्य निवार्चन अधिकारी अनुराग अग्रवाल, मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं महानिदेशक सेवा विभाग आशिमा बराड़, एडीजीपी साइबर क्राइम ओ पी सिंह सहित सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।