Rajasthan News : मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
मुख्य सचिव ने ग्रामीण एवं शहरी सेवा शिविर, सेवा पखवाड़ा, राइजिंग राजस्थान, जिलों में चौपाटी निर्माण, पंच गौरव, सड़कों एवं स्कूल भवनों की मरम्मत आदि कार्यों की प्रगति एवं उपलब्धियों की विस्तृत समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा- निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर को निर्देशित किया कि दीपावली से पूर्व सभी सड़कों की मरम्मत पूर्ण की जाए, जिसमें ग्रामीण, नगरीय निकाय, पीडब्ल्यूडी और यूआईटी की सड़कें शामिल हैं। साथ ही जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करने पर बल देते हुए कहा कि सभी जिलों में ऐसे क्षेत्रों, क्रॉसिंग्स और फ्लाईओवर के नीचे के इलाकों में सड़कों का सुदृढ़ निर्माण कराया जाए ताकि आमजन को जलभराव जैसी गंभीर समस्या से राहत मिल सके।
उन्होंने पंच गौरव अभियान को मुख्यमंत्री के सर्वाधिक प्राथमिक कार्यक्रमों में से एक बताते हुए सभी जिलों को “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” पर ठोस प्रगति करने, लक्ष्य समय पर पूरा करने और अभियान को सफल बनाने के लिए जिलों को आवंटित राशि की स्वीकृतियां शीघ्र जारी कर गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने चौपाटी विकास और राइजिंग राजस्थान के जिलों के एमओयू से जुड़े सभी लंबित मामलों को प्राथमिकता से निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह बैठक मिड रिव्यू के रूप में आयोजित की गई है ताकि अब तक के कार्यों की स्थिति का सही मूल्यांकन किया जा सके, कम प्रगति की गतिविधियों की पहचान हो तथा सभी जिलों को बेहतर प्रदर्शन हेतु प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने सभी जिलों को शिविर के दौरान प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, जनधन खातों की ई-केवाईसी जैसी योजनाओं में अधिक से अधिक लाभार्थियों को जोड़ने और फसल बीमा पॉलिसी वितरण की प्रगति को बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने शिविरों और सेवा पखवाड़े से संबंधित तस्वीरें निर्धारित वेबसाइट ‘सेवा पर्व’ पर अपलोड करने के निर्देश दिए ताकि कार्यों की दृश्यता बढ़े और पारदर्शिता बनी रहे।
सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश
उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को यह भी निर्देश दिया कि वे घटनाओं पर तुरंत मौके पर पहुंचें ताकि आमजन में विश्वास और आत्मबल बना रहे। उन्होंने कहा कि सभी कलेक्टर फील्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं, योजनाबद्ध और आकस्मिक निरीक्षण नियमित रूप से करें ताकि कार्य की प्रगति का आकलन हो सके तथा फाइलों के निस्तारण की वास्तविक स्थिति का पता लग सके। उन्होंने कहा कि फील्ड में उपस्थिति ही प्रशासन की असली पहचान है, इसलिए सभी अधिकारी अपने भ्रमण, चौपालों और रात्रि विश्राम को गंभीरता से लें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कलेक्टर अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यालयों की रैंडम जांच करें ताकि सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सके।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि शिविर अवधि के दौरान यदि कोई प्रकरण लंबित है तो उसका उसी दिन निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, चाहे अधिकारियों को अधिक समय तक कार्य करना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला अपनी सफलता की कहानियां अधिक से अधिक प्रकाशित करे और डिजिटल माध्यम से साझा करे, ताकि जनता तक अच्छे कार्यों की जानकारी उपलब्ध हो सके और प्रेरणा का वातावरण बने। उन्होंने कहा कि धरती आबा कार्यक्रम की कार्य योजना शीघ्र भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड की जाए।