एच3एन2 (H3N2) इन्फ्लूएंजा का खतरा देश में बढ़ता ही जा रहा है। बीते दिन कर्नाटक और हरियाणा से संक्रमण के एक-एक मामला सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने मौसमी इन्फ्लूएंजा H3N2 के कारण अपनी पहली दो मौतें दर्ज की हैं, जिनमें से एक हरियाणा और कर्नाटक से है। बता दें कि इन्फ्लूएंजा वायरस ए, बी, सी, और डी चार प्रकार के होते हैं। इन्फ्लुएंजा ए और बी वायरस भारत में लगभग हर साल जनवरी से मार्च और मानसून के बाद के मौसम में लोगों में बीमारी की मौसमी महामारी का कारण बनते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को हरियाणा और कर्नाटक से दो H3N2 मौतों की सूचना के बाद राज्यों को अलर्ट पर रहने की सलाह दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए एक बैठक की। राज्यों को अलर्ट पर रहने और स्थिति की निगरानी के लिए एडवाइजरी जारी की गई। भारत सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ काम कर रही है और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को बढ़ा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश में मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है।
Held a meeting to review rising cases of #H3N2 Influenza virus in the country.
Advisory issued to States to be on the alert and closely monitor the situation.
Government of India is working with States & extending support for public health measures to address the situation. pic.twitter.com/hXWWdC4wCy
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) March 10, 2023
हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के एक 56 वर्षीय व्यक्ति फेफड़े के कैंसर के रोगी, जिनकी हाल ही में मृत्यु हो गई थी, ने जनवरी में H3N2 वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। इसने कहा कि मंत्रालय वास्तविक समय के आधार पर एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) नेटवर्क के माध्यम से राज्यों में मामलों की निगरानी और ट्रैकिंग कर रहा है।