कविता ,फरीदाबाद। फरीदाबाद के संजय कालोनी स्थित माडर्न बीपी स्कूल के छात्र हर जगह अपना परचम लहरा रहे है। इस बार एमबीपी स्कूल के छात्रों ने दिल्ली आईआईटी में 437 स्कूलों में माडर्न बीपी की दो छात्राओं ने बुट कैम्प में अनोखा प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान पाया। जिसमें उन्होंने एग्रीकल्चर में इरीगेशन के माडल को दो दिन के भीतर तैयार किया। इस मॉडल को देखते हुए दिल्ली आईआईटी के प्रोफसरो ने दोनों छात्राओं को प्रथम स्थान दिया है।
ऐसे करता है काम
माडर्न बीपी के चेयरमैन ओपी परमार और प्रिंसीपल जितेन्द्र परमार ने बताया कि छात्रा प्रीति राय और मनी गर्ग ने तीन से पांच जून तक इस मॉडल को आईआईटी दिल्ली के कैम्पस में ही बनाया है। उन्होंने बताया कि यह माडल अपने आप में आने वाले समय में पौधों और फसलों के लिए बेहतर साबित होगा, इससे समय, पानी और खाद सभी की बचत होगी और फसले व पौधे भी खराब होने से बचेंगे। उन्होंने आगे बताया कि यह मॉडल एक सेंसर के रूप में काम करेगा, जो पौधे और फसलों में पानी व खाद का ध्यान रखेगा। मिट्टी के भीतर छात्राओं के द्वारा बनाया गया यह सेंसर लगा दिया जाएगा और अलग से सप्लाई के लिए लगे टब से पौधे की मिट्टी के सुखने पर पानी स्वयं देगा और यदि खाद की कमी होगी पौधे या फसल में, तो वह भी उपलब्ध करवाऐगा। उन्होंने बताया कि यह सेंसर वर्क के जरिये काम करेंगा। मिट्टी के सुखन पर अपने आप ही सेंसर वक्र करेगा।
सेंसर देगा स्वयं पानी व खाद
पौधे इस तपा देने वाली गर्मी में एक बार पानी देने के बाद दोपहर तक सुख जाते है। जिस कारण से वह मुरझा जाते है, ऐसे में यह सेंटर मॉडल काफी कामयाब होगा। इस बारे में जानकारी देते हुए माडर्न बीपी स्कूल के पीजीटी फिजिक्स के अध्यापक नवीन जोशी ने बताया कि यह सेंसर बच्चों ने गर्मी में पानी की किल्लत को देखते हुए बनाया है। इसे पौधों में पानी व खाद देने वाला स्मार्ट इरीकेशन वर्क की कोडिंग कह सकते है। ये सेंसर ऐसा है कि इससे निश्चित मात्रा में पौधों को आवश्यक खाद व पानी मिलेगा। इसके लिए अलग से पाइप लाइन डलेगी, मिट्टी के नीचे वायर लगी होगी, जिसके जरिये ये सेंसर काम करेगा।
बच्चों को मिला पहला स्थान
स्कूल के प्रिंसीपल जितेन्द्र परमार ने बातया कि दिल्ली आईआईटी कैम्पस में यह कैम्प आयोजित किया गया था। इसमें देशभर में 437 स्कूलों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड के माध्यम से भाग लिया था। जिसमें माडर्न बीपी पब्लिक स्कूल प्रथम रहा। इस मौके पर बृहस्पतिवार को दोनों बच्चों को ट्राफी और सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाया गया।