हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा है कि अंत्योदय के मूल मंत्र के साथ हर गरीब व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार पिछले 10 वर्षों से निरंतर कार्य कर रही है।
इसी कड़ी में गरीब विद्यार्थियों को आईआईटी व जेईई जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हरियाणा शिक्षा विभाग ने सुपर 100 कार्यक्रम चलाया है। यह कार्यक्रम गरीब विद्यार्थियों में आशा की एक नई किरण लेकर आया है। आईआईटी व जेईई एडवांस 2025 के परिणामों ने यह सिद्ध कर दिया है कि सरकारी स्कूल अब केवल शिक्षा केंद्र नहीं बल्कि संभावनाओं का मजबूत मंच बन चुके हैं।
शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के सरकारी स्कूलों का आईआईटी व जेईई एडवांस 2025 का परिणाम 37 प्रतिशत रहा है, जो राष्ट्रीय स्तर से कहीं अधिक है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष सुपर 100 के सरकारी स्कूलों के 193 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी और जिनमें से 72 विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया है, जिनमें सामान्य श्रेणी के 37, पिछड़ा वर्ग के 20 तथा अनुसूचित जाति के 30 विद्यार्थी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस परिणाम का सबसे प्रगतिशील व सकारात्मक पहलू यह है कि परीक्षा में 24 बेटियों ने सफलता हासिल की है। यह प्रदेश सरकार की लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन सुविधा देने का नतीजा है।
उन्होंने बताया कि जींद जिले के उंचाना खंड के रविंद्र ने आल इंडिया रैंकिंग में 1267वां स्थान प्राप्त किया है। रविंद्र ने 10वीं की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुराना हिसार से पूरी की थी और ओबीसी श्रेणी में उनका रैंक 212वां है। शिक्षा मंत्री ने सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों को भी बधाई दी।
परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले ये हैं 5 जिले
शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश के 5 जिलों के विद्यार्थियों ने परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिनमें फरीदाबाद जिले से 8, गुरुग्राम व हिसार से 7-7 तथा भिवानी व जींद से 6-6 विद्यार्थी शामिल हैं।