IIT इंदौर ने फसल संरक्षण के लिए एक अभिनव कोल्ड स्टोरेज समाधान विकसित किया है। प्रो. देबयान सरकार और छात्र नीलाद्री शेखर रॉय के नेतृत्व में, यह तकनीक फसल कटाई के बाद भंडारण की समस्याओं का समाधान करती है। यह प्रणाली किफायती और पर्यावरण के अनुकूल है। आईआईटी इंदौर ग्रामीण जीवन को सुधारने के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। ग्रामीण विकास और प्रौद्योगिकी केंद्र (सीआरडीटी) के तहत, संस्थान ने आसपास के गांवों में स्थिरता, जल प्रबंधन, स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, शिक्षा और शासन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया है।
इन पहलों में से एक है खाद्य पदार्थों पर सूक्ष्मजीवों को नष्ट करने के लिए फोटोडायनामिक निष्क्रियता (PDI) तकनीक का उपयोग। यह प्रणाली एक विशेष किट का उपयोग करती है, जिसमें विटामिन B2 स्प्रे और 455 और 476 एनएम तरंग दैर्ध्य पर फ्लैश लाइट स्रोत शामिल होते हैं। यह संयोजन खाद्य पदार्थों पर सूक्ष्मजीवों को प्रभावी रूप से नष्ट कर देता है, जिससे उनकी पूर्ण नसबंदी होती है और वे लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं।
इसमें IoT- सक्षम सुविधाएं भी हैं, जिनकी मदद से किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से डिवाइस को दूर से प्रबंधित और मॉनिटर कर सकते हैं। इसमें एक उपयोगकर्ता-मित्र इंटरफ़ेस और विज़ुअलाइजेशन के लिए बॉटम-व्यू कैमरा भी शामिल है। यह प्रणाली 10×10 फीट के छोटे कमरे में बड़ी मात्रा में सब्जियां और फल स्टोर कर सकती है, जिससे उनकी ताजगी और शेल्फ लाइफ बढ़ती है।
आईआईटी इंदौर की यह पहल ग्रामीण विकास में तकनीकी उन्नति और सुधार का एक महत्वपूर्ण कदम है।