Punjab, पक्षियों का स्वर्ग कहे जाने वाले उत्तर भारत के सबसे बड़े पक्षी अभयारण्य में विदेशी पर्यटकों की भारी आमद से पर्यावरण और पक्षी प्रेमी खुश हैं। हालांकि सर्दियों की छुट्टियों के कारण हरिके झील पर शैक्षिक पर्यटन और खोजकर्ता देखने को नहीं मिल रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि जब यूरोपीय देशों की झीलों का पानी जम जाता है तो ये विदेशी मेहमान हजारों किलोमीटर का सफर तय करके हरिके झील देखने आते हैं. इसका जिक्र करें तो विभागीय सूत्रों के अनुसार यहां हजारों की संख्या में नॉर्दर्न सॉलर, कॉमन पोचार्ड, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, टफ्टेड डक, गैडवाल, ग्रे लेग्ड ईज, बार हेड गीज, लिटिल ग्रैब, कूट, मलार नामक पक्षी आ रहे हैं। संख्याएँ दिखाई देती हैं नवंबर के पहले सप्ताह से इन विदेशी पर्यटकों का आगमन आज चरम पर है और फरवरी के अंत तक ये अपने वतन छोड़ देंगे।
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झील पर आए पक्षी प्रेमी जगदीप सिंह, किरण कौर आदि ने कहा कि इस बार वे पहली बार इस क्षेत्र में आए हैं और विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखकर बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल वह और लोगों को प्रेरित कर यहां लाएंगे ताकि वे प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठा सकें।
इस संबंध में वन रेंज अधिकारी कमलजीत सिंह सिद्धू से बात करने पर उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में विदेशी पर्यटकों के आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के लिए विभाग द्वारा 24 घंटे गश्ती की जाती है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं।