रोहतक। ठंड अपने पूरे चरम पर है ऐसे में हमारा प्रयास रहना चाहिए कि मरीज को वार्ड के अंदर ठंड से बचाया जा सके। यदि किसी भी वार्ड में रूम हीटर मरीजों पर न लगाकर तालों के अंदर बंद मिले तो ऐसे में सख्त कार्यवाही की जाएगी। हमारा प्रयास होना चाहिए कि संस्थान में आने वाले मरीजों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। यह कहना है पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल का । वे सोमवार को छुट्टी वाले दिन औचक निरीक्षण करने वार्डों में पहुंचे थे।
गौरतलब है कि पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल ने सोमवार को कई वार्डो का निरीक्षण किया और सख्त हिदायतें दी। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में मरीजों की सुविधा के लिए वार्ड में हीटर लगाए जाएं और नर्सिंग सिस्टर के पास कार्यालय में हीटर तालों के अंदर बंद नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज को हीटर की अधिक जरूरत है तो नर्सिंग सिस्टम अपने कार्यालय का भी हीटर मरीजों की सुविधा के लिए लगाए। उन्होंने कहा कि वार्डो के अंदर कोई भी हीटर खराब नहीं रहना चाहिए उसे तत्परता से ठीक करवा कर वार्डों में लगाएं। उन्होंने कहा कि यदि वार्ड के अंदर किसी खिड़की का ग्लास टूटा हुआ हो तो उसे तुरंत बदलवाया जाए या यदि दरवाजा खराब है जिससे हवा आती हो तो उसे भी तुरंत प्रभाव से ठीक करवाया जाए और एग्जॉस्ट फैन बंद रखे जाएं ।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए
डॉ एस के सिंघल ने कहा कि वार्डों में जूनियर चिकित्सक कई बार 24 घंटे या उससे अधिक समय तक भी ड्यूटी पर तैनात रहता है ऐसे में उनके लिए बनाए गए रेस्ट रूम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि उन्हें कार्य के लिए अच्छा माहौल मिले। उन्होंने कहा कि जूनियर चिकित्सकों का रोस्टर नर्सिंग सिस्टर के कमरे में हमेशा लगा रहना चाहिए ताकि उन्हें पता रहे कि अभी कौन सा चिकित्सक वार्ड में पोस्टेड है और आपात स्थिति आने पर उसे तुरंत संपर्क किया जा सके।
मरीज के परिजनों की एंट्री करनी आवश्यक
उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि कई बार मरीज के परिजनों से रक्त मंगवा कर उसे फ्रिज में रख दिया जाता है जिसके चलते वह खराब हो जाता है ऐसे में चिकित्सक व स्टाफ की जिम्मेदारी तय करके उसे खराब करने वालों पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि रक्त को खराब होने से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। डॉ सिंघल ने कहा कि वार्ड के बाहर नियुक्त किए गए गार्ड को वार्ड के अंदर आने वाले सभी मरीज के परिजनों की एंट्री करनी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वार्ड के अंदर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।
डॉक्टर महेश माहला ने बताया कि डॉक्टर सिंघल के निर्देशों का पालन करने के लिए वार्ड के स्टाफ को सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी वार्ड में लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आज डॉक्टर सिंघल ने वार्ड 12, वार्ड 4 ,5 ,6 व वार्ड 11 का और औचक निरीक्षण किया।