रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS) के धनवंतरी एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में सड़क दुर्घटना से घायल होकर आने वाले मरीजों के लिए बहुत बड़ी राहत भरी खबर है। अब पीजीआईएमएस सड़क दुर्घटना में घायल होकर आने वाले मरीजों को डेढ़ लाख रुपए तक का इलाज कैशलेस स्कीम के तहत करवाएगा।
मंगलवार को पीजीआईएमएस के निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल और चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कुंदन मित्तल ने ऑनलाइन क्लिक करके इस योजना का शुभारंभ किया। इस योजना का नोडल अफसर ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ पंकज छिक्कारा को बनाया गया है।
अब डेढ़ लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा
इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल ने बताया कि हरियाणा में सड़क हादसे में घायल होकर 24 घंटे के अंदर ट्रॉमा सेंटर में आने वाले लोगों को अब डेढ़ लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आदेश पर यह पहल संस्थान में शुरू की गई है।
पुलिस को छह घंटे में पुष्टि करनी होगी कि व्यक्ति सड़क हादसे में घायल है या नहीं
उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के अंतर्गत जैसे ही कोई सड़क दुर्घटना का मरीज ट्रॉमा सेंटर में पहुंचता है तो जीडीएमओ उसकी ई पोर्टल पर जानकारी भरेगा और एक आम मरीज की तरह वह भर्ती हो जाएगा। इसके पश्चात ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर रिसेप्शन काउंटर से मरीज की एक आईडी बनाई जाएगी। आईडी बनने के बाद वह फाइल पर लिखी जाएगी। डॉक्टर सिंघल ने बताया कि सड़क हादसे में घायल व्यक्ति का डेटा सॉफ्टवेयर में अपलोड कर अस्पताल संबंधित पुलिस थाने को भेजेगा। पुलिस को छह घंटे में पुष्टि करनी होगी कि व्यक्ति सड़क हादसे में घायल है या नहीं। पुष्टि होने के बाद अब घायल व्यक्ति को कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी, इसके लिए फार्मासिस्ट विशेष रूप से नियुक्त किया गया है।
डॉक्टर एस के सिंघल ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस योजना से सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले मरीजों को बहुत ज्यादा राहत मिलेगी और उनके परिजनों को सम्मान के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। डॉ एस के सिंघल ने बताया कि इस योजना का कार्य ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉक्टर राजेश रोहिल्ला की देखरेख में रहेगा। उन्होंने कहा कि इस सुविधा को संस्थान में शुरू करने के लिए वह भारत सरकार हरियाणा सरकार व कुलपति डॉक्टर एच के अग्रवाल का तहे दिल से धन्यवाद व्यक्त करते हैं।
स्कीम का लाभ मरीजों को मिलना प्रारंभ
चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कुंदन मित्तल ने बताया कि मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना का मरीज सर्जरी विभाग की यूनिट 2 में रजिस्टर हो गया है और आज से ही स्कीम का लाभ मरीजों को मिलना प्रारंभ हो गया है। उन्होंने बताया की स्कीम के तहत डेढ़ लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज या 7 दिनों तक अस्पताल में चलने वाले इलाज का खर्च संस्थान व सरकार अपनी तरफ से करेगा।
किसी मरीज को कोई परेशानी ना आए
डॉ राजेश रोहिला ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने में किसी मरीज को कोई परेशानी ना आए इसके लिए फार्मासिस्ट,सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, सीनियर रेजिडेंट, कंसलटेंट व जीडीएमओ की विशेष रूप से जिम्मेदारी लगाई गई है। यह गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया मिनिस्ट्री ऑफ़ ट्रांसपोर्ट का महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। सरकारी कालेज में चलाने का श्रेय कुलपति डॉ एच के अग्रवाल के आशीर्वाद से पीजीआईएमएस को मिल रहा है।