रोहतक : रेलवे स्टेशन पर पिछले काफी समय से प्लेटफार्म की तरफ जाने के लिए एक अवैध रास्ता बना हुआ है। जहां से रोजाना हजारों यात्री उसी अवैध रास्ते से रेलवे स्टेशन पर प्रवेश करते है। यहीं नहीं रेलवे अधिकारी भी उस रास्ते से पूरी तरह से वाकिफ है। लेकिन उसके बावजूद भी रेलवे द्वारा उस रास्ते को बंद नहीं किया जा रहा है। ऐसे में किसी भी तरह की घटना को अंजाम दिया जा सकता है। क्योंकि सुरक्षा के वहां पर कोई इंतजाम नहीं है।
बता दें कि रेलवे स्टेशन पर पिछले कुछ सालों से सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा पर सेंध लगने में देर नहीं लगेगी। क्योंकि उस रास्ते पर आसानी से स्टेशन पर प्रवेश किया जा सकता है। अंदर जाने के लिए वहां से किसी भी तरह की रोक टोक नहीं है। ज्यादातर यात्री में रेल में सफर करने के लिए उसी रास्ते से प्लेटफार्म की तरफ पहुंचते है। सुरक्षा की दृष्टि से यह रास्ता पूरी तरह से स्टेशन के लिए असुरक्षित है। लेकिन उसके बावजूद भी इस मामले को लेकर अधिकारी कोई संज्ञान नहीं ले रहे है।
स्टेशन से रोजाना 40 हजार से ज्यादा यात्री कर रहे सफर
18वीं शताब्दी में तैयार रेलवे स्टेशन आज जंक्शन बना हुआ है। यहां गोहाना, जींद, रेवाड़ी, भिवानी, दिल्ली की ओर गाड़ियों का आवागमन होता है। प्रतिदिन 40 हजार से अधिक यात्री रोजाना यहां से यात्रा करते हैं। परिवहन की दृष्टि से यह रेलवे स्टेशन बेहद महत्वपूर्ण स्टेशन है, क्योंकि पीजीआईएमएस व कई विश्वविद्यालय व शैक्षणिक संस्थान होने के चलते काफी मरीजों और विद्यार्थियों का भी आवागमन होता है। इनके लिए स्टेशन से रोजाना 80 से ज्यादा एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से यह रास्ता जल्द होना चाहिए बंद
यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अगर बात की जाए तो यह रास्ता रेलवे को जल्द से जल्द बंद कर देना चाहिए। क्योंकि स्टेशन पर भी किसी तरह का हादसा या घटना होती है तो घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति उसी रास्ते से ही स्टेशन से बाहर निकलेगा। क्योंकि उस अवैध रास्ते पर आने जाने में किसी तरह की कोई रोक टोक नहीं है।
टिकट चेकिंग के दौरान ज्यादातर बेटिकट यात्री उसी रास्ते से निकलते है बाहर
रेलवे द्वारा जब टिकट चैकिंग अभियान चलाया जाता है उस समय रेलवे स्टेशन से ज्यादातर बेटिकट यात्री उसी रास्ते से स्टेशन से बाहर निकलते है। ताकि वह चैकिंग से बच सकें। यहीं नहीं जितने भी बेटिकट यात्री होते है वह इसी अवैध रास्ते से स्टेशन से बाहर निकलते है। इस रास्ते से किसी भी तरह के हादसे को अंजाम दिया जा सकता है। वहीं यात्रियों की अपील भी है कि इस रास्ते को जल्द से जल्द बंद करवाया जाए।
इस तरह से अवैध रास्ता होने की बात संज्ञान में नहीं है। फिर भी कोई इस तरह का रास्ता बना हुआ है तो उसे जल्द से जल्द बंद करवाया जाएगा। इसकी जांच भी करवाई जाएगी कि यह रास्ता कब से और क्यों खोला गया है। -रविंद्र राणा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, रेलवे