चंडीगढ़ : हरियाणा राज्य तकनीकी सलाहकार समिति की चेयरमैन सुमिता मिश्रा ने राजस्व एवं सिंचाई विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि वह 15 अप्रैल तक ‘संयुक्त बाढ़ प्रबंधन एवं सूचना प्रणाली’ तैयार करने का प्रस्ताव भेजें ताकि हरियाणा राज्य को बाढ़ मुक्त प्रदेश बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि 22 मार्च को पंचकूला में जल शक्ति अभियान की शुरुआत की जाएगी।
सुमिता मिश्रा मंगलवार को समिति की 54वीं बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। बैठक में सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग अग्रवाल, कृषि विभाग के महानिदेशक राज नारायण कौशिक, विभाग के प्रशासक एवं प्रमुख अभियंता डॉक्टर सतबीर सिंह कादिया, अन्य अधिकारिगण तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंडलायुक्त तथा सभी जिलों के उपायुक्तों ने शिरकत की। संयुक्त बाढ़ प्रबंधन एवं सूचना प्रणाली’ उत्तर प्रदेश और बिहार की तर्ज पर बनाई जाएगी जिसके तहत राज्य को बाढ़ मुक्त करने में सहायता मिलेगी।
सुमिता मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे कार्य जो अधूरे पड़े हैं उन्हें इस वर्ष में पूरा करने के लिए आवश्यक बजट और संबंधित प्रस्ताव शीघ्र भेजें। इसके साथ ही बाढ़ सुरक्षा हेतु अगले तीन वर्षों में जो कार्य पूरे किए जाने हैं उनके विवरण भी तुरुन्त भेजें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में जो कार्य बाढ़ नियंत्रण के लिए किया जा रहे हैं उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए तथा जिला उपायुक्तों को कार्य पूरा करने को कहा।
सुमिता मिश्रा ने कहा कि राज्य में इस समय बाढ़ नियंत्रण से संबंधित 358 योजनाओ पर कार्य चल रहा हैं जिन पर लगभग 556 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। उन्होंने जिला उपायुक्तों को कहा कि वे अपने जिलों की योजनाओं का प्राथमिकता के आधार पर चयन कर उन्हें पूरा करवाएं।