Wednesday, April 23, 2025
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700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में 25 अप्रैल को शिविर आयोजित किए जाएंगे

चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स (एसटीएफ) की बैठक हुई, जिसमें पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। इस अवसर पर राज्य में लिंगानुपात में सुधार के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की भी समीक्षा की गई। 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में 25 अप्रैल को शिविर आयोजित किए जाएंगे।

बैठक में डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि गांव-वार लिंगानुपात (2019 से मार्च 2025 तक) संकलित किया गया है और कम लिंगानुपात वाले गांवों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

1500 एमटीपी केंद्रों में से 379 एमटीपी केंद्र बंद कर दिए गए

एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि “नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) पोर्टल के अनुसार 22 अप्रैल, 2025 तक राज्य का लिंगानुपात 911 है। उन्होंने बताया कि पीसी एवं पीएनडीटी अधिनियम, एमटीपी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले जिला सोनीपत के एक बीएएमएस डॉक्टर का लाइसेंस हरियाणा चिकित्सा परिषद द्वारा रद्द कर दिया गया है। पिछले एक महीने में राज्य में कुल 1500 एमटीपी केंद्रों में से 379 एमटीपी केंद्र बंद कर दिए गए हैं और 16 एमटीपी केंद्रों का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है। हरियाणा में एमटीपी किट की बिक्री में गिरावट आई है।

डॉ. वीरेंद्र यादव ने यह भी बताया कि सोनीपत जिले के औषधि नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) को असत्यापित/अधूरी रिपोर्ट देने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रीइम्प्लांटेशन जेनेटिक टेस्टिंग (पीआईजीटी) परीक्षण केवल सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के बाद ही किया जाएगा और प्रत्येक “इन विट्रो फर्टिलाइजेशन” (आईवीएफ) हस्तक्षेप के परिणाम को मासिक आधार पर संबंधित सिविल सर्जन के साथ साझा किया जाएगा।

सभी अधिकारियों को जिले आवंटित कर दिए गए

उन्होंने आगे बताया कि राज्य मुख्यालय पर तैनात राज्य औषधि नियंत्रक कार्यालय के सभी अधिकारियों को जिले आवंटित कर दिए गए हैं और वे एमटीपी किट की अनधिकृत/अवैध बिक्री को रोकने के लिए क्षेत्र का दौरा करेंगे। एमटीपी किट की बिक्री की डीसीओ द्वारा क्रॉस चेकिंग की जाएगी। सभी सिविल सर्जन अपने जिलों में एमटीपी किट की बिक्री की निगरानी करेंगे।

उन्होंने बताया कि 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में 25 अप्रैल, 2025 को संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) द्वारा कार्यक्रम अधिकारी (पीओ), डब्ल्यूसीडी के साथ मिलकर विशेष बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बी3पी) शिविर आयोजित करेंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि डीजीएचएस कार्यालय के सभी निदेशक अपने आवंटित जिलों में इन शिविरों में भाग लेंगे और कम से कम दो गांवों को कवर करेंगे।

बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (डीजीएचएस) डॉ. कुलदीप सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (डीएचएस) एवं एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव, डीएचएस, पीएनडीटी डॉ. सिम्मी वर्मा, सिविल सर्जन, पंचकूला, पुलिस विभाग, अभियोजन विभाग, महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग तथा खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के प्रतिनिधि, गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसी एवं पीएनडीटी) अधिनियम, मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (एमटीपी) तथा सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) सेल के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

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