कैथल : डीसी प्रीति ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं आरटीए सचिव को निर्देश दिए हैं कि नियमों का गंभीर उल्लंघन कर चलाई जा रही स्कूल बसों को सड़कों पर न चलने दिया जाए।
स्कूल संचालक सर्दियों की छुट्टियों में बसों के संचालन के संबंधित मापदंडों को पूरा करें। ताकि किसी तरह की अप्रिय स्थिति का सामना न करना पड़े। आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने व सुरक्षित आवागन प्रदान करने के लिए सभी संबंधित विभागों व अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल होना बहुत आवश्यक है। जिस विभाग की जो जिम्मेदारी बनती है, उसे समयबद्ध पूरा करें और उससे संबंधित एटीआर समय पर भेजना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने आमजन से भी आग्रह किया कि वे धुंध व कोहरे के चलते सभी सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें।
डीसी प्रीति सोमवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। डीसी ने बैठक के दौरान बिंदुवार एजेंडों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि सभी अवैध कटों व ब्लैक स्पॉट की पहचान कर आवश्यक कदम उठाएं। साथ ही अवैध कटों को तुरंत बंद करवाया जाए। डीसी ने अवैध कटों को लेकर एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। इस कमेटी में आरटीए, एक्सईएन बीएंडआर एवं एनएचएआई के अधिकारी शामिल होंगे। जो जिले में वैध कटों की आवश्यकता व अवैध कटों को बंद करने संबंधी रिपोर्ट देंगे। इसके साथ ही सभी नेशनल हाईवे तथा स्टेट हाइवे पर हेल्पलाइन नंबर 112 व 1033 से संबंधित बोर्ड लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत स्कूल बसों की नियमित जांच की जाए।
आरटीए विभाग द्वारा उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि इस वर्ष नवंबर महीनें तक 284 हादसे हुए, जिसमें 147 लोगों की मृत्यु हुई। नवंबर महीने की बात करें तो इस वर्ष 29 हादसों में 15 लोगों ने जान गवाई है। वहीं चालानिंग की बात करें तो अक्तूबर माह में पुलिस विभाग द्वारा 3077 चालान किए गए, जिसमें 28 लाख 9 हजार 200 रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसी प्रकार आरटीए विभाग द्वारा 198 वाहनों के चालान किए गए, जिसमें 40 लाख 60 हजार 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत 662 बसों की जांच की गई, जिसमें 190 वाहनों के संचालन में नियमों का उल्लंघन पाया गया। इस पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
बैठक में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा हुई और संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सेक्टर 18 हुड्डा में सड़क के बीच में खड़े पेड़ों को हटाने को लेकर वन विभाग को सख्त आदेश दिए। एनएचएआई को सख्त निर्देश दिए कि वे तितरम मोड पुल पर लाइट लगाएं। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि इसको लेकर एस्टीमेट मुख्यालय भेजा गया है। एजेंडा में नेशनल हाइवे चंदाना टी प्वाइंट के पास ब्लैक स्पॉट बनाने की मांग आई, जिस पर डीसी ने एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने के निर्देश दिए। वहीं नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बेसहारा पशुओं को गोशालाओं में भेजने के कार्य में तेजी लाएं। इसी प्रकार सिविल सर्जन को सभी प्राइवेट बसों तथा स्कूल बसों के ड्राइवरों की आंखों की जांच करवाने के निर्देश दिए।
इस मौके पर कैथल एसडीएम अजय सिंह, जिला परिषद डिप्टी सीईओ रितू लाठर, डीएसपी सुशील प्रकाश, सीएमओ रेणु चावला के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।