हरियाणा। हरियाणा सरकार की ट्रांसजेंडर्स को लेकर बड़ी पहल सामने आयी है। हरियाणा की खट्टर सरकार ट्रांसजेंडर समुदाय को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए पहली बार स्वयं सहायता समूह का गठन किया है।अब ट्रांसजेंडर समुदाय को घर-घर जाकर बधाई नहीं मांगनी पड़ेगी। हरियाणा में फरीदाबाद पहला ऐसा जिला है जहां पर ट्रांसजेंडरों के लिए ये पहल शुरू की गयी है। जिले में इस वक्त पांच स्वयं सहायता समूह में 30 से ज्यादा ट्रांसजेंडरों को जोड़ा गया है। अब जिला प्रशासन इनके लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए अलग-अलग एजेंसियों से बात कर रही है।
हरियाणा सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में शुरू से ही काम कर रही है। फिलहाल जिले में 100 से भी ज्यादा स्वयं सहायता समूह चल रहे हैं। इस कड़ी में अब जिला प्रशासन ने ट्रांसजेंडरों को भी शामिल किया है। उनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं होता है। समाज में भी उन्हें अलग नजर से देखा जाता है। इसलिए प्रशासन चाहता है कि ट्रांसजेंडर भी समाज के साथ कदम मिलाकर चलें, इसमें सरकार सहायता करेगी। इसलिए जिले में पहली बार पांच स्वयं सहायता समूह गठित किया गया है।
इससे पहले हरियाणा के किसी भी जिले में ट्रांसजेंडर के लिए स्वयं सहायता समूहों का गठन नहीं किया गया है। इन पांच स्वयं सहायता समूहों में 30 के करीब ट्रांसजेंडर को शामिल कर काम शुरू कराया जाएगा। फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि जिले में पहली बार ट्रांसजेंडर के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है। इसमें उनको अपना खुद का काम करने का मौका मिलेगा और वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगे।
ऐसे करेंगे काम
बता दें कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से सूक्ष्म उद्योग आते हैं। इसमें छोटे काम को तरजीह दी जाती है। इसमें ज्यादातर काम महिलाएं करती हैं। जैसे जूट के बैग बनाना, आचार बनाने का काम, सिलाई, कढ़ाई, कैंटीन खोलना आदि तरह के काम खुद महिलाएं करती हैं। उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। इसी तरह से अब जिला प्रशासन ट्रांसजेंडरों के लिए रोजगार के साधन तलाश रही है ताकि वे काम कर सकें। उनके लिए कौन सा काम होगा, इस पर विचार चल रहा है। वैसे सूत्रों की मानें तो उन्हें कैंटीन खोलने और खाना बनाने से संबंधित ट्रेनिंग दी जा सकती है।