हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव ने पंचकूला में उच्चस्तरीय क्रय समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें राज्य के स्वास्थ्य सेवा ढांचे को मजबूत करने के लिए 50 करोड़ रुपये की लागत वाली दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों के लिए कई महत्वपूर्ण टेंडर मंजूर किए गए।
इस दौरान 10.78 करोड़ रुपये की लागत वाली 19 एफेरेसिस मशीनों की खरीद के लिए टेंडर को मंजूरी दी गई। ये मशीनें डेंगू के मरीजों के इलाज में प्लेटलेट पृथक्करण के लिए आवश्यक हैं और इनसे राज्य में डेंगू के मामलों के प्रबंधन में अभूतपूर्व सुधार होने की उम्मीद है।
थैलेसीमिया रोगियों के लिए स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए एक और कदम उठाते हुए समिति ने ल्यूको रिडक्शन फिल्टर के लिए 1.9 करोड़ रुपये की निविदा को मंजूरी दी। इससे हरियाणा में थैलेसीमिया रोगियों के चल रहे उपचार और प्रबंधन के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण फिल्टर की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। हीमोफीलिया रोगियों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए 19 करोड़ रुपये की कीमत के एंटी-हीमोफीलिया फैक्टर VIII और 3.6 करोड़ रुपये के ईएचएल रिकॉम्बिनेंट फैक्टर VIII की खरीद के लिए निविदा को भी मंजूरी दी गई। इसके अतिरिक्त समिति ने अन्य महत्वपूर्ण इंजेक्शन और दवाओं के साथ-साथ कैंसर रोधी दवाओं और इंजेक्शन की खरीद के लिए लगभग 16 करोड़ रुपये की निविदा को मंजूरी दी। इस कदम का उद्देश्य कैंसर रोगियों के लिए उपचार के विकल्पों को बढ़ाना और राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में आवश्यक दवाओं की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने डेंगू, थैलेसीमिया, हीमोफीलिया और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं और समय पर उपचार उपलब्ध कराने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ये निर्णय पूरे हरियाणा में रोगी देखभाल और उपचार परिणामों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।