Haryana Flood: हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने यमुना नदी में जलस्तर का बहुत अधिक बढ़ा दिया। हरियाणा के 13 जिलों में बाढ़ (Haryana Flood) ने जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोनीपत के गांव मनोली टोंकी में बाढ़ के कारण हालात खराब हो गए हैं। यमुना नदी के किनारे बसे हुए लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। बाढ़ के कारण हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है।
ग्रामीणों ने मंदिर में ली शरण (Haryana Flood)
बाढ़ के बाद अपने आशियाने की खोज में ग्रामीणों ने एक मंदिर में शरण ली। ग्रामीण टेंट में रहने को मजबूर है। टेंट ही चिलचिलाती धूप और आसमान से गिरती बूंदों के नीचे ही इनका आसरा है। यमुना नदी के बाढ़ का पानी में बच्चों के डूबने का खतरा भी बना हुआ है। पीड़ित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस भीषण सकंट में भी उनसे जिला प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली। जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी उनसे मुलाकात करने के लिए नहीं आया।
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हमारे गांव के चारों ओर बांध बनाया जाये
गांव की एक बुजुर्ग महिला ने कहा जिला प्रशासन और सरकार हमारी कोई सहायता नहीं कर रही है। हर साल की तरह अबकी बार भी हम बिना आशियाने के ही गांव से बाहर रह रहे हैं। अभी तक कोई भी हमारी सुध लेने यहां नहीं पहुंचा है। हम लोगों की सरकार से गुहार है कि जब यह बरसात का पानी गांव से निकल जाए तो अबकी बार हमारे गांव के चारों ओर बांध बना दिया जाए, ताकि हम बाढ़ से प्रभावित ना हो हमारे घर टूट चुके हैं।
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