हरियाणा के किसानों के पास फसल मुआवजा के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर रजिस्टर्ड करने का आज आखिरी मौका है। हरियाणा सरकार ने शनिवार को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान झेलने वाले किसानों से रविवार तक अपनी फसल क्षति की रिपोर्ट ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा, ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल कल तक खुला रहेगा। दुष्यंत चौटाला ने किसानों से मुआवजा प्राप्त करने में किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपने बैंक खाते के विवरण की फिर से जांच करने को कहा है।
शनिवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, दुष्यंत चौटाला, जिनके पास राजस्व और आपदा विभाग भी है, ने कहा कि हरियाणा के कई क्षेत्रों में किसानों ने 24 मार्च से 3 अप्रैल तक बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल नुकसान का अनुभव किया। पिछले साल, राज्य सरकार द्वारा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल बनाया गया था, जिस पर किसानों को अपनी फसल नुकसान की रिपोर्ट अपलोड करने की सुविधा दी गई थी। अभी तक किसानों द्वारा करीब 16.83 लाख एकड़ के नुकसान का डाटा अपलोड किया जा चुका है। चरखी दादरी, जींद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, कैथल, सोनीपत के किसानों द्वारा अपलोड की गई रिपोर्ट के आधार पर एक लाख एकड़ से अधिक की फसल खराब होने की सूचना है।
Taking yet another step towards safeguarding the interest of the farmers, the #HaryanaGovt has decided to hire 'Kshatipurti Sahayak' to assist the Patwaris in conducting special Girdawari of crops damaged due to rain.#Haryana #DIPRHaryana
— DPR Haryana (@DiprHaryana) April 8, 2023
हरियाणा राज्य सरकार के नियमों के अनुसार, 25 से 50 प्रतिशत क्षति के लिए 9000 रुपये, 75 प्रतिशत क्षति के लिए 12000 रुपये और 100 प्रतिशत क्षति के लिए 15000 रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजा दिया जाता है। इस बार राज्य स्तर पर रिपोर्ट तैयार होने का इंतजार करने की बजाय जिला स्तर पर रिपोर्ट तैयार होते ही राज्य आपदा राहत कोष से मुआवजा बांटने का काम शुरू हो जाएगा। सामान्य गिरदावरी की रिपोर्ट राज्य सरकार को प्राप्त हुई है, जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि 13 जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है।