Friday, May 3, 2024
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Hanuman Janmotsav 2024 : संकट मोचन मंदिर में पवनपुत्र का 56 प्रकार के व्यंजनों से लगेगा भोग

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रोहतक। माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां गायत्री जी के सानिध्य में मंगलवार 23 अप्रैल चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। हर साल हनुमान जन्मोत्सव चैत्र पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इस बार 23 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव बहुत खास है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योग का संयोग बन रहे है। इस दिन बजरंगबली की पूजा का दोगुना फल प्राप्त होगा।

मंदिर में  कार्यक्रम में प्रात: 10:00 बजे श्री कीर्तन, हनुमान जी की पूजा अर्चना और साध्वी मानेश्वरी देवी के प्रवचन होंगे। कार्यक्रम में हनुमान जी 31 किलो के लड्डू और हनुमान जी का प्रिय 56 प्रकार के व्यंजन का भोग लगेगा। जिसमें इमरती, चुरमा, गाजर का हलवा, मोतीचूर व गुड के लड्डू, सवामणी का प्रसाद, आनार, पेठा आदि होंगे। इस अवसर पर मंदिर में पिछले 6 दिन से भक्तजन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ किया जा रहा है का समापन भी विधिनुसार होगा।

समाजसेवी एडवोकेट पीएन कथूरिया प्रात: 11.00 बजे विधिनुसार पूजा-अर्चना करके ध्वजारोहण करेंगे। उनका फूल मालाओं से स्वागत व स्मृति चिह्न भेंट करेंगे। हनुमान सेवा दल और पृथ्वीराज भाटिया द्वारा झंडे को सलामी दी जाएगी और हनुमान जी के भजनों गुणगान होगा। पंडित अशोक शर्मा द्वारा आरती होगी। तत्पश्चात प्रसाद वितरित होगा। यह जानकारी सचिव गुलशन भाटिया ने दी।

वर्ष में दो बार आता हैं हनुमान महोत्सव : मानेश्वरी देवी

साध्वी मानेश्वरी देवी जी ने बताया कि हनुमान महोत्सव वर्ष में दो बार मनाया जाता है। प्रथम हनुमान जन्मोत्सव चैत्र की पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह दिन हनुमान जी के बोध दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इसलिए इसे अध्यात्मिक जगत के साथ जोड़ा गया है। दूसरा दीपावली से पूर्व जिसे कार्तिक चौदस का नाम देते हैं। इस दिन हनुमान जी ने पृथ्वी पर मानव रूप धारण किया था। इस रूप में हनुमान जी ने मानव कल्याणार्थ कार्य किए। उन्होंने धर्म की रक्षा कर मानव मूल्यों को नई दिशा दी थी। इसे विजय अभिनंदन के तौर पर मनाया जाता है क्योंकि हनुमान जी ने भगवान श्रीराम को रावण पर विजय दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

साध्वी मानेश्वरी देवी ने बताया कि अंजली पुत्र हनुमान भगवान भोलेनाथ के रुद्र अवतार हैं। हनुमान जी की माता सीता ने अमरता का वरदान दिया था, इसलिए कलियुग में हनुमान जी ऐसे देवता हैं जो आज भी जीवित हैं. जो सच्चे मन से इनका सुमिरन करता है ये उसकी सारी चिंताएं हर लेते हैं। हनुमान जी राम भक्त हैं और इन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है। हर साल हनुमान जन्मोत्सव चैत्र पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इस बार 23 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव बहुत खास है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योग का संयोग बन रहे है। इस दिन बजरंगबली की पूजा का दोगुना फल प्राप्त होगा।

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