Saturday, April 27, 2024
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मारना ही था तो क्यों दिया जन्म, 4 घंटे की नवजात का कलयुगी माँ से सवाल

बादली। पता नहीं बेटों की चाहत है या फिर अपना कलंक छिपा रहे हो, लेकिन मुझे मारना ही था तो जन्म देने की क्या जरुरत थी, क्यों 9 महीने तक कोख में रख कर मुझे अपने खून से पाला, ये गुहार शायद वो 4 घंटे की नवजात लगा रही है जिसे कंपकपाती सर्दी में झाड़ियों में मरने के लिए फेंक दिया गया। लेकिन माँ को भले ही दया नहीं आई लेकिन भगवान को शायद उस पर तरस आ गया और अनहोनी होने से बच गई। शायद वो गोहाना में कुत्ते के मुंह में दबी नवजात से ज्यादा भाग्यशाली थी जो किसी जानवर का निवाला बनने से बच गई।

जी हां, झज्जर जिले के बादली में मुनीमपुर के भट्टठे के पास मात्र 4 घंटे पहले जन्मी नवजात बच्ची को झाड़ियों में छोड़ने का मामला सामने आया है। रोने की आवाज सुनकर राहगीरों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मासूम को झज्जर के नागरिक अस्पताल में भेज दिया जहां उसका इलाज किया जा रहा है। बच्ची को कौन छोड़ गया इसका पता नहीं चल सका है। कन्या मात्र 4 से 6 घंटे की नवजात बताई गई है।

चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची के शरीर के तापमान कम था, लेकिन कुछ देर उपचार के बाद तापमान सामान्य हो गया है। पुलिस के अनुसार घटना रात की है। लेकिन थोड़ा समय ओर बीत जाता तो अंधेरा और कोहरा होने के चलते नवजात कन्या का पता नहीं चलता। ठंड ज्यादा होने के चलते बच्ची का बचना भी मुश्किल हो जाता। गनीमत यह रही है कि समय रहते बच्ची को राहगीरों ने देख लिया और पुलिस मौके पर पहुंच गई।

थाना प्रभारी बाबूलाल ने बताया कि नवजात कन्या के झाड़ियों में मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंची और कन्या को तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। जहां उपचार के बाद कन्या की हालात सामान्य है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची का जन्म केवल 4 से 6 घंटे पहले हुआ है। उसे झाड़ियों में कौन छोड़ गया है इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस कार्रवाई में जुट गई है और लड़की के परिजनों की पहचान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आसपास के अस्पतालों में भी संपर्क किया जा रहा है।

वहीं इससे पहले सुबह गोहाना के खानपुर मेडिकल कॉलेज के पास मानवता को शर्मसार करने का एक और मामला सामने आया है। किसी ने नवजात बच्ची को फेंक दिया जिसे कुत्ते ने मार डाला। संस्थान के सिक्योरिटी गार्ड ने मुंह में बच्ची को दबाये हुए देखा तो मामले का खुलासा हुआ।

पॉलीथिन में मिली बच्ची को पाल रही महिला

इससे पहले नए वर्ष की रात को भी पॉलीथिन में किसी ने नवजात को डालकर सड़क किनारे फेंक दिया था। कार में जा रहे कुछ युवकों ने उसकी आवाज सुनी और उसे बचा लिया।

सांकेतिक चित्र

नव वर्ष की रात को ही जींद के अलेवा थाना क्षेत्र के गांव शामदो में मंदिर के पास तालाब में नवजात बच्ची का शव मिला था। अपनी करतूत को छुपाने के लिए किसी महिला ने जन्म देकर मासूम को तालाब में फेंका था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बैग में मिली नवजात

वहीँ बहादुरगढ़ में कार के बोनट पर बैग के अंदर मिली नवजात के परिजनों का अभी पता भी नहीं लग सका।

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