Gurugram Metro : हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचएमआरटीसी) ने गुरुग्राम रैपिड मेट्रो प्रणाली को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जब तक गुरुग्राम रैपिड मेट्रो की पूरी जिम्मेदारी जीएमआरएल को नहीं सौंप दी जाती, तब तक इसका संचालन और रखरखाव डीएमआरसी तथा जीएमआरएल द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
इस हस्तांतरण को सुचारू बनाने के लिए संयुक्त समितियों का गठन किया गया है तथा संदर्भ की शर्तें (टीओआर) तय कर दी गई हैं। इसके लिए एक व्यापक कार्यप्रणाली और निश्चित समय-सीमा को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि संचालन का हस्तांतरण सुचारू रूप से हो सके और यात्रियों की सेवाओं में भी कोई व्यवधान न आए।
यह निर्णय सोमवार को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, जोकि कॉरपोरेशन के चेयरमैन भी हैं, की अध्यक्षता में हुई हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की 62वीं बोर्ड बैठक में लिया गया।
किराया राजस्व में भी 11.87 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज
बैठक में बताया गया कि गुरुग्राम रैपिड मेट्रो ने अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच असाधारण प्रदर्शन दर्ज किया। इस अवधि में कुल 62.49 लाख यात्रियों ने मेट्रो सेवा का उपयोग किया, जो वर्ष 2024 की समान अवधि की तुलना में 13.59 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। किराया राजस्व में भी 11.87 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो इस प्रणाली की कुशलता और विश्वसनीयता के प्रति जनता के भरोसे को दर्शाता है।
एचएमआरटीसी के प्रबंध निदेशक चंद्रशेखर खरे ने बताया कि बेहतर परिचालन दक्षता के कारण कॉरपोरेशन ने परिचालन व्यय में 6.33 प्रतिशत की कमी दर्ज की है, जिससे वित्तीय स्थिति और संतुलित हुई है। यह कॉरपोरेशन के विवेकपूर्ण वित्तीय प्रबंधन और लागत-कुशलता को दर्शाता है।
एचएमआरटीसी ने गैर-किराया स्रोतों से भी आय में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। किराये, विपणन और विज्ञापन अधिकारों से होने वाली आय अप्रैल से जुलाई 2025 के दौरान 21.11 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 15.56 करोड़ रुपये थी। केवल मेट्रो वायाडक्ट और पिलर्स पर 22 विज्ञापन स्थलों की सफल ई-नीलामी से ही 58.34 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व की उम्मीद है, जिसमें से एचएमआरटीसी का हिस्सा 35 करोड़ रुपये से अधिक होगा।
कई महत्वपूर्ण मेट्रो और रैपिड रेल परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई
- बैठक में, क्षेत्र में चल रही कई महत्वपूर्ण मेट्रो और रैपिड रेल परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने प्रस्तावित दिल्ली (मुनीरका)-रोहतक नमो भारत कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम शुरू कर दिया है। यह महत्वाकांक्षी कॉरिडोर दिल्ली आईजीआई टर्मिनल 1, 2 और 3, यशोभूमि (द्वारका सेक्टर-25), नजफगढ़, बहादुरगढ़ और रोहतक को जोड़कर सहज क्षेत्रीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- इसी प्रकार, गुरुग्राम-फरीदाबाद-नोएडा/ग्रेटर नोएडा नमो भारत कॉरिडोर के डीपीआर पर कार्य शुरू हो चुका है। गौरतलब है कि इसे 5 मई, 2025 को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंजूरी दी गई थी।
- दिल्ली-पानीपत-करनाल नमो भारत कॉरिडोर भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इसकी संशोधित डीपीआर इस समय केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के विचाराधीन है। शुरुआती तौर पर, दिसंबर 2020 में 103.02 किमी और 17 स्टेशनों के साथ मंजूर हुई इस परियोजना का विस्तार अब 136.30 किमी और 21 स्टेशनों तक किया गया है। संशोधित डीपीआर के अनुसार इसकी लागत 33,051.15 करोड़ रुपये अनुमानित है, जिसमें हरियाणा का हिस्सा लगभग 7,472.11 करोड़ रुपये होगा। यह परियोजना प्रदेश के लिए बेहतर वित्तीय और आर्थिक लाभ सुनिश्चित करेगी।
- इस बीच, दिल्ली-शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़ (एसएनबी) नमो भारत कॉरिडोर की डीपीआर भी मंत्रालय के विचाराधीन है। इससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उच्च गति की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार में हरियाणा की भूमिका और भी मजबूत होगी।