Guillain-Barre Syndrome: देश में इन दिनों गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) नामक बीमारी तेजी से फैल रही है।जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में फैली रहस्यमयी बीमारी के बाद अब इस बीमारी से महाराष्ट्र में हाहाकार मचा हुआ है। सोलापुर जिले में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से एक व्यक्ति की मौत होने का संदेह जताया जा रहा है।
वहीं, अब तक पुणें में इससे 101 लोग बीमार हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक 16 लोग इस बीमारी के कारण वेंटीलेटर पर हैं, जबकि कुल आंकड़ा 100 के पार जा चुका है।
बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा प्रभावित
स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि ये बीमारी कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में ज्यादा फैल रही है। इनमें अधिकतर मरीजों की संख्या बच्चों की है या फिर 60 से 80 आयु के लोगों की है। इससे स्पष्ट होता है कि ये बीमारी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को प्रभावित कर रही है।
इलाज के खर्च को लेकर AIIMS फिक्रमंद
हेल्थकेयर के बढ़ते खर्च को लेकर एम्स अस्पताल, दिल्ली के डॉक्टर्स ने चिंता जताई है। उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को चिट्ठी लिखकर लो कॉस्ट ऑप्शंस की पहचान और वैलिडेशन के लिए एक टास्क फोर्स सेट अप करने का गुजारिश की है।
हॉस्पिटल के एक सीनियर डॉक्टर ने कहा, “हमने न्यूरोलॉजी में किफायती स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने के लिए एक टास्क फोर्स का प्रस्ताव रखा है। अगर ये कामयाब रहा, तो इसी तरह का रिसर्च दूसरे डिपार्टमेंट्स के लिए भी किया जा सकता है।”
20 हजार का एक इंजेक्शन
जीबीएस इंफेक्शन का इलाज काफी ज्यादा महंगा है। मरीजों को आमतौर पर इम्युनोग्लोबुलिन नाम के एक इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है। इस बीमारी के इलाज में 13 इंजेक्शन के आईवीआईजी कोर्स की जरूरत पड़ती थी। प्रत्येक इंजेक्शन की कीमत 20 हजार रुपये बताई गई थी। लोकिन महाराष्ट्र सरकार ने इस बीमारी के लिए मुफ्त इलाज का ऐलान किया है।