बठिंडा जिले में प्रशासन लगातार खेतों और बाजारों में जाकर किसानों को बड़े पैमाने पर पराली न जलाने के लिए समझा रहा है। आज जिला बठिंडा डीसी और एसएसपी ने हल्का मऊ मंडी और तलवंडी साबो के गांवों के खेतों में किसानों से मुलाकात की।
डीसी बठिंडा शौकत अहमद पारे ने मीडिया को बताया कि जिन गांवों में पराली जलाने के मामले 0% होंगे, उन गांवों की पंचायतों को विकास के नाम पर 5 लाख रुपये दिए जाएंगे और आग लगाने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। कड़ी सजा दी जाएगी और राजस्व रिकॉर्ड में लाल प्रविष्टियां की जाएंगी।
पंजाब, खाद की जमाखोरी और कालाबाजारी पर प्रशासन की पैनी नजर
पंजाब सरकार ने किसानों के लिए मशीनरी भी उपलब्ध कराई है, जिसका किसान फायदा उठा रहे हैं। जो किसान आग नहीं लगा रहे हैं, उन्हें भी हमारे द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार 65 से 70% तक मामले कम हुए हैं, लेकिन अभी भी यूनियन की चपेट में आए कई किसान आग लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं, जिन पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है और अब तक पराली में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ 141 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
वहीं मौके पर मौजूद किसान ने भी बताया कि मैंने करीब 150 एकड़ धान लगाया था और अब मशीन से काट लिया हूं। इस बार प्रशासन का बहुत डर है इसलिए हमने आग नहीं लगाई बिल्कुल डर के मारे और मुझे अच्छा लग रहा है।