कैथल : डीसी प्रीति ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार सरकार का प्रयास है कि हरियाणा व पंजाब के किसानों को घग्गर नदी में पानी की अधिकता की स्थिति में नुकसान न हो। इसके लिए पहले भी सरकार ने व्यापक स्तर पर उपाय किए हैं।
अब जब घग्गर में पानी कम हो गया है तो सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि पंजाब एवं हरियाणा के घग्गर के आस-पास के गांवों के लोगों ने जो भी सुझाव एवं शिकायतें दी हैं, उन सुझावों व शिकायतों सहित घग्गर नदी के जल स्तर पर कार्ययोजना की एक सप्ताह में रिपोर्ट तैयार करें। जिसे सरकार से स्वीकृति मिलते ही तुरंत काम शुरू करवाया जाएगा। पूरा प्रयास रहेगा कि नदी के पानी के चलते इस क्षेत्र में दोनों ही ओर के लोगों को नुकसान की न हो।
डीसी प्रीति सोमवार को कैथल लघु सचिवालय स्थित सभागार में हरियाणा व पंजाब के घग्गर क्षेत्र के किसानों, आमजनों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहीं थीं। बैठक में जिले के सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग सहित एसडीएम गुहला व अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे। डीसी प्रीति ने बताया कि पिछले दिनों पंजाब क्षेत्र के कुछ गांवों के किसान माननीय मुख्यमंत्री जी से मिले थे। उनसे मिलकर घग्गर क्षेत्र में हर दो-तीन साल बाद उत्पन्न होने वाली बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए कई सुझाव दिए थे। मुख्यमंत्री जी ने जिला प्रशासन को आदेश जारी किए थे कि पंजाब क्षेत्र के किसानों के साथ बैठक कर जलभराव संबंधी उपायों पर चर्चा कर समस्याओं का समाधान किया जाए।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार बैठक कर घग्गर के जलभराव वाले क्षेत्र में आने वाले पंजाब एवं हरियाणा के गांवों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है। जिसमें दोनों ही क्षेत्र के किसानों ने घग्गर की साफ-सफाई सहित कई सुझाव दिए हैं। किसानों द्वारा दिए गए सुझावों व शिकायतों का मौके पर ही अधिकारियों द्वारा तार्किक जवाब दिया गया। साथ ही दोनों ही क्षेत्र के आबादी, कृषि क्षेत्र के कल्याण के लिए जो भी उपाय किए जा सकते हैं, उन पर सहमति जताते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को एक सप्ताह में कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। इस कार्ययोजना को सरकार को भेजा जाएगा। जैसे ही सरकार से स्वीकृति मिलती है, उसी अनुसार उस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। ताकि आने वाले मानसून सत्र से पहले बचाव एवं राहत के कार्य पूरे कर लिए जाएं और नदी में आने वाले पानी के चलते नुकसान न हो सके। डीसी प्रीति ने कहा कि जिला प्रशासन व किसानों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है। किसान भी बैठक से संतुष्ट नजर आए। आने वाले समय में इस सकारात्मक चर्चा के अच्छे परिणाम आएंगे।