रोहतक। रोहतक बार एसोसिएशन द्वारा सोमवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्य सभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे। इस दौरान हुड्डा पिता-पुत्र ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर कहा कि राम सबके हैं। इसलिए राजनीति नहीं करनी चाहिए।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भगवान राम सबकी आस्था के प्रतीक हैं। हम सबमें राम हैं। हम किसी से मिलते हैं तो राम-राम करते हैं, नया काम करते हैं तो राम का नाम लेते हैं। हर जगह राम हैं। भगवान राम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। भगवान राम को राजनीति का विषय नहीं बनाया जा सकता। वे सबके हैं, किसी एक पार्टी विशेष के नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तैयार हैं। भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्म इसलिए कहा गया है कि वे सबसे साथ न्याय करते थे, वहीं 2024 में जनता भी उनके (दीपेंद्र सिंह हुड्डा) के साथ न्याय करेगी। उन्होंने कहा कि घर-घर कांग्रेस अभियान के तहत हर कार्यकर्ता घर-घर जाकर भाजपा की विफलता को लोगों के बीच बताएं।
इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार हैं। जल्द ही वर्किंग कमेटी के चेयरमैन की बैठक होगी। सर्वे करवाए जा रहे हैं, कौन जीतने वाला उम्मीदवार है। उसका पार्टी फैसला करेगी। आम आदमी पार्टी से इंडिया गठबंधन में साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात पर कहा कि कांग्रेस हरियाणा में अकेले लड़ने में सक्षम। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर कहा कि राम सबके हैं। राम मंदिर के दरवाज राजीव गांधी ने खोले थे।
ईडी ने पूर्व सीएम हुड्डा से हुई पूछताछ पर कहा कि यह ईडी का काम है। जितनी बार भी बुलाएंगे, तो वे अपना जवाब देंगे। क्योंकि कोई छुपाने वाली बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में हर वर्ग विमुक्त हैं। लोगों को कोई सुविधाएं नहीं मिली। प्रत्येक वर्ग इस सरकार से असंतुष्ट है और मन बना चुके हैं कि 2024 में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।
दीपेंद्र हुड्डा ने सीएम मनोहर लाल पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री राम राज्य की बात कर रहे थे। राम राज्य का मतलब हैं कि सबसे साथ न्याय हो और किसी के साथ अन्याय ना हो। जो अन्याय करे, उसे सजा मिले। पूछना चाहता हूं इस सरकार से कि हमारी पहलवान बेटियों को घसीटा गया, वे आरोपी केवल भाजपा पार्टी के थे, इसलिए वहां न्याय नहीं हुआ। हमारी बेटी ने केबिनेट मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ न्याय की गुहार लगाई, लेकिन वे भाजपा के थे इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं हुई। किसान आंदोलन में 750 किसानों की जान चली गई, उनके प्रति किसी ने भी सहानुभूति प्रस्तुत नहीं की। क्योंकि यह आंदोलन भाजपा के विरुद्ध था।