हरियाणा।हरियाणा में 530 युवाओं का एक दल मंगलवार को इजरायल के लिए रवाना हो गया है। हरियाणा कौशल विकास निगम की तरफ से इन युवाओं का चयन किया गया था। श्रमिकों को इस्राइल की एक टीम ने पांच दिन तक रोहतक के महार्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण भी दिया था। इन श्रमिकों में फ्रेमवर्क, शटरिंग, बढ़ई, प्लास्टरिंग, सेरामिक टाइल और लोहा मोड़ने वाले कारीगर शामिल हैं।
1.35 लाख रुपए मिलेगी सेलेरी
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने पिछले साल इस्राइल में नौकरी करने के इच्छुक लोगों से दस हजार पदों के लिए आवेदन मांगे थे। इसके लिए 8199 श्रमिकों ने आवेदन किया। इनमें से 1909 श्रमिकों का चयन हुआ। बाद में कौशल परिक्षण के दौरान सिर्फ 219 श्रमिक चयनित किए गए गए। वतन छोड़ने से पहले इन श्रमिकों से सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उनसे बातचीत की। करार के मुताबिक, इन श्रमिकों को न्यूनतम एक वर्ष के लिए और अधिकतम पांच साल तक के लिए इस्राइल में रहना होगा। प्रति माह एक लाख 35 हजार रुपये की सैलरी मिलेगी।
इजयराल से आई थी डिमांड
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण इजयराल में श्रमिकों की कमी आ गई है। जिसके चलते इजयराल ने भारत से 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड की थी। इनमें फ्रेमवर्क, शटरिंग, कारपेंटर, प्लास्टरिंग, सेरामिक टाइल, यरन बेडिंग के लिए लेबर की जरूरत है। अब इन श्रमिकों को 1,37,000 प्रति महीना वेतन मिलेगा. साथ ही योग्यता दसवीं पास, तीन साल का अनुभव, उम्र 25 से 45 साल तय की गई थी। इसके अलावा, मेडिकल बीमा, खाने और आवास की सुविधा भी दी जाएगी। हर महीने 16,515 रुपये बोनस भी मिलेगा।