Budget 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में स्टूडेंट्स को लेकर भी बड़ी घोषणाएं की हैं। केंद्रीय बजट 2025 (Budget 2025) में शैक्षिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए व्यापक योजनाओं की महत्वपूर्ण पहल शामिल है। इसमें पांच राष्ट्रीय कौशल केंद्र स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है।
शिक्षा के क्षेत्र में की गई ये घोषणाएं
- बच्चों में जिज्ञासा और नवाचार की भावना उत्पन्न करने तथा वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए अगले 5 वर्षों में सरकारी स्कूलों में पचास हजार अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।
- केन्द्रीय बजट में भारतनेट परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी माध्यमिक स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने का प्रस्ताव किया गया है।
- उच्चतर शिक्षा के लिए केन्द्रीय बजट 2025-26 में कहा गया है कि 23 आईआईटी संस्थानों में विद्यार्थियों की कुल संख्या में 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो विगत 10 वर्षों में 65,000 से बढ़कर 1.35 लाख हो गई है। आईआईटी, पटना में छात्रावास और अन्य अवसंरचना संबंधी क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा।
सार्वजनिक शिक्षा और स्वास्थ में निवेश
· जिज्ञासा, नवाचार और युवा मस्तिष्कों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए आगामी पांच वर्षों में सरकारी स्कूलों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की जाएगी
· भारतनेट परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सेकेंडरी स्कूलों और… pic.twitter.com/eJnmnJ5HSy
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) February 1, 2025
- AI और संबंधित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने, प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और मेडिकल कॉलेजों के विस्तार की बात कही गई है।
- अगले पांच बरस में आईआईटी और आईआईएससी में तकनीक और रिसर्च के क्षेत्र में काम करने के लिए 10 हजार फेलोशिप दी जाएगी। इसके जरिये सरकार का मकसद रिसर्च को बढ़ावा देना है।
- नौजवानों के कौशल को बेहतर करने के लिए पांच नेशनल सेंटर स्थापित होंगे। यहां ग्लोबल विशेषज्ञों की मदद से कौशल के क्षेत्र में काम किया जाएगा। ताकि छात्र अपने हुनर को निखार सकें।
- अगले साल 10 हजार सीटें मेडिकल कॉलेज और अस्तपालों में बढ़ाई जाएंगी। वहीं, अगले पांच साल में कुल मिलाकर 75 हजार सीटें मेडिकल कॉलेज और अस्तपालों में बढ़ाई जाएंगी।
- बजट में निर्मला सीतारमण ने भारतीय भाषा पुस्तक स्कीम की घोषणा की है। इसके जरिये भारतीय भाषा में किताबों की पहुंच, वह भी डिजिटल तरीके से प्राथमिक और उच्च शिक्षा की किताबें उपबल्ध कराई जाएंगी।