Farmers News : रोहतक जिला के गांव भाली आनंदपुर स्थित सहकारी चीनी मिल रोहतक के 69वें पेराई सत्र शुभारंभ के मुख्यातिथि हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़कर किसानों व मिल कर्मचारियों को संबोधित किया।
सहकारी चीनी मिल के 69वें पेराई सत्र का हरियाणा शुगरफेड के अध्यक्ष धर्मबीर सिंह डागर ने विधिवत रूप से बॉयलर का बटन दबाकर शुभारंभ किया तथा मिल प्रबंधक मेजर गायत्री अहलावत व अन्य अतिथिगण के साथ चेन में गन्ना डाला। उन्होंने मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ अवसर पर किए गए हवन यज्ञ में पूर्ण आहूती डाली।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि डॉ. अरविंद शर्मा ने वर्चुअली संबोधन में कहा कि रोहतक चीनी मिल 1956 में स्थापित की गई थी, जो प्रदेश की सबसे पुरानी मिल है। किसानों व कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से इस मिल को सफलता के मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को 400 रुपए प्रत क्विंटल गन्ने का भाव दिया जा रहा है तथा किसी भी गन्ना किसान की राशि बकाया नहीं है।
डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में 24 फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि किसानों की आमदनी को कई गुणा बढ़ाया जाए, जिसके लिए सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए है। रोहतक चीनी मिल द्वारा सबसे पहले सल्फर रहित चीनी का उत्पादन भी शुरू किया। सरकार द्वारा गत 10 वर्षों के दौरान प्रदेश में सिंचाई सुविधा को बढ़ाया गया है। उन्होंने मिल कर्मचारियों भाजपा के पदाधिकारियों से कहा कि वे पुराने गन्ना उत्पादक किसानों को दोबारा मिल के साथ जोड़कर गन्ना क्षेत्र को बढ़ाए। सरकार द्वारा ज्यादा उत्पादन देने वाली गन्ना किस्म भी किसानों को उपलब्ध करवाई जाएगी।
गन्ना किसानों को सरकार नहीं होने देगी कोई भी परेशानी :- धर्मबीर डागर
हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि धर्मबीर डागर ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को मिल में कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। सरकार द्वारा गन्ना किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए अनेक कदम उठाए है। किसानों को ज्यादा गन्ना उत्पादक उन्नत किस्म विकसित करने पर कार्य चल रहा है ताकि गन्ना उत्पादकों को ज्यादा उत्पादन मिल सके और उनकी आमदनी बढ़ सके। प्रदेश में किसानों को देशभर में सबसे ज्यादा गन्ने के रेट दिए जा रहे है तथा समय पर भुगतान भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास सफल होने पर किसानों को गन्ना छिलवाई के लिए मजदूरों की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। प्रत्येक चीनी मिल में प्रयोग के तौर पर गन्ना हार्वेस्टिंग मशीनें दी जा रही है।
सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक मेजर गायत्री अहलावत ने मुख्यातिथि व अतिथिगण का स्वागत करते हुए कहा कि मिल से 5 जिलों के 251 गांवों के लगभग 5 हजार किसान जुड़े है। लगभग 22 हजार एकड़ क्षेत्रफल में गन्ने की बिजाई हुई है, जिससे इस वर्ष 28 लाख क्विंटल गन्ने की आवक का अनुमान है। मिल द्वारा 3 करोड़ 53 लाख रुपए की गन्ना विकास योजना तैयार की गई है, जिसमें 74 लाख रुपए का अनुदान सीधे किसानों को प्रदान किया जाएगा। मिल की पेराई क्षमता 3500 टीसीडी (35 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन) है तथा मिल द्वारा 16 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।
इन किसानों को किया गया सम्मानित
सहकारी चीनी मिल के 69वें पेराई सत्र के शुभारंभ अवसर पर मिल द्वारा प्रशासन द्वारा किसानों को सम्मानित किया गया। मिल में सबसे पहले बेलगाड़ी से गन्ना लाने वाले भाली गांव के किसान मनदीप पुत्र बलवान, ट्रेक्टर-ट्रॉली से गन्ना लाने वाले किसान मोखरा रोज निवासी मनजीत पुत्र राजमल, संजय पुत्र हरबीर, डीघल निवासी जसबीर पुत्र अत्तर सिंह व भाली निवासी रमल पुत्र बलदेव, महराणा सेंटर से गन्ना लेकर आए ट्रक ड्राइवर बलजीत, दुजाना सेंटर से गन्ना लेकर पहुंचे ड्राइवर मनोज को सम्मानित किया गया। गत पेराई सत्र में सबसे ज्यादा गन्ना सप्लाई करने वाले किसान उन निवासी रोहताश पुत्र मंशाराम (17875 क्विंटल), राकेश पुत्र तस्वीर (14859 क्विंटल), जिंदराण आंवल निवासी संत बाबा ईश्वर शाह (14591 क्विंटल), उन निवासी सुधीर पुत्र दिलबाग (14049 क्विंटल) को सम्मानित किया गया। नई विधि से गन्ने की किस्में उगाने वाले प्रगतिशील किसान कलानौर निवासी शमशेर पुत्र महाबीर, गुढ़ान निवासी राजेश पुत्र थांबूराम, महराणा निवासी गंगा स्वरूप पुत्र दयानंद तथा सबसे बुजुर्ग भूतपूर्व निदेशक चौ. नाथूराम को सम्मानित किया गया।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर हरियाणा शुगरफेड के प्रतिनिधि डॉ. रोशन लाल, भाजपा के जिला अध्यक्ष एडवोकेट रणबीर ढाका, रमेश भाटिया, रेनू डाबला, राजकमल सहगल, राजबीर आर्य, राजकुमार सुनारिया, सहकारिता मंत्री के व्यक्तिगत सहायक विपिन गोयल, सुनील कत्याल, रमेश शर्मा सहित मिल के अधिकारी, कर्मचारी व किसान मौजूद रहे।