अन्नु हुड्डा
चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के किसान एक बार फिर उग्र हो गए हैं। खराब फसलों के मुआवजे और दूसरी मांगों को लेकर आज पंजाब और हरियाणा के किसानों ने चंडीगढ़ में धरना देने का पक्का एलान किया था। इसी के मद्देनज़र चंडीगढ़ आने वाले किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने भी सारी तैयारी कर ली है। पुलिस ने सभी एंट्री प्वाइंट सील करके प्रवेश द्वारों पर हथियारों से लैस रिजर्व फोर्स तैनात कर दी है। डीएसपी स्तर के बड़े अधिकारियो को किसानों को रोकने की जिम्मेदारी दी गई है।
चंडीगढ़ के हर बॉर्डर एरिया पर डीएसपी समेत आला अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर बॉर्डर एरिया पर एक्स्ट्रा पैरामिलिट्री फोर्स को पुलिस की तरफ तैनात किया गया है। पंजाब पुलिस के साथ लगातार बीते दिन मीटिंग का दौर चला। इसके बाद दोनों पुलिस फोर्स आपस में कोआर्डिनेशन कर किसानों को चंडीगढ़ में दाखिल होने से रोकेंगी। पुलिस ने चंडीगढ़ जीरकपुर बॉर्डर एरिया पर बड़े-बड़े ट्रक और कैंटर भी मंगवा लिए गए हैं ताकि पूरा रोड जाम किया जा सके। एक्स्ट्रा पैरामिलिट्री फोर्स भी पहुंच चुकी है। खुद सीनियर अफसर ब्रीफ करते नजर आ रहे हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 4000 से भी ज्यादा पुलिस फोर्स चंडीगढ़ में तैनात की गई है। सूत्रों की मानें तो जहां किसानों को रोका जाएगा किसान वहीं धरना लगाकर बैठने की तैयारी में है। लेकिन पुलिस अफसरों की मानें तो चंडीगढ़ में किसी भी किसान जत्थेबंदी को प्रवेश नहीं होने तैयारियां पूरी की जा चुकी है। हरियाणा से भी कई किसान जत्थे बंदियों के आने की सूचना पर चंडीगढ़ पुलिस ने चंडीगढ़ जीरकपुर में भी बैरिकेडिंग कर तैनाती कर दी है।
दरअसल किसानो की मांग है की उनको बाढ़ प्रभावित फसल 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा, मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजा, योजना के अनुसार घग्गर व अन्य दरिया के स्थायी समाधान, मारे गए पशु पर एक लाख रुपए मुआवजा, ढह चुके घरों का 5 लाख मुआवजा दिया जाए।बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मनरेगा योजना चलाई जाए। बाढ़ प्रभावित पीड़ितों के एक साल के सभी टैक्स और ब्याज माफ किए जाएं। किसानों ने इसके अलावा केंद्र सरकार से समूचे उत्तर भारत में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए 50 हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज जारी करने की मांग भी की है।
किसानों को चंडीगढ़ में घुसने से रोकने के लिए मोहाली बॉर्डर को बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया है। पंचकूला से भी चंडीगढ़ आने के रास्ते सील किए जा चुके हैं। करीब 27 रास्तों पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है। जहां पर रिजर्व पुलिस फोर्स तैनात की गई है। चंडीगढ़ के बॉर्डर पर UT पुलिस के 4 हजार जवान तैनात किए गए हैं। मोहाली पुलिस के डेढ़ हजार कर्मचारी बॉर्डर पर खड़े किए गए हैं। अंबाला के शंभू बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं। यहां से पंजाब और हरियाणा के किसान चंडीगढ़ जा रहे हैं। जिन्हें हरियाणा और पंजाब की पुलिस नाकाबंदी कर रोक रही है।
हरियाणा की तरफ से अंबाला रेंज के IG शिबाज कविराज यहां पहुंचे हुए हैं। किसी भी किसान को यहां से भी जाने नहीं दिया जा रहा है। इसकी वजह से शंभू बॉर्डर पर भारी जाम लगा हुआ है।इससे पहले सोमवार को भी पुलिस ने पंजाब और हरियाणा में कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गयाऔर फिर फिर नजरबंद कर दिया गया। कल संगरूर के लौंगोवाल में पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई थी। जिसमें पटियाला का किसान प्रीतम सिंह ट्रॉली के नीचे कुचला गया और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद किसान भड़के हुए हैं। लौंगोवाल पुलिस थाने के बाहर भी किसानों का पक्का मोर्चा चल रहा है।
किसानों के प्रदर्शन को लेकर पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी की भी धरने को लेकर प्रतिक्रिया आई है। आप प्रवक्ता का कहना है कि इस वक्त पंजाब बाढ़ की कुदरती आपदा से जूझ रहा है। हमें मिल-जुलकर इसका सामना करना चाहिए।