रोहतक। रोहतक में डॉ अरविंद शर्मा का विरोध सहित हरियाणा में BJP-JJP का किसानों द्वारा विरोध करने को लेकर किसान संगठन आमने-सामने हैं। भारतीय किसान यूनियन के पूर्व जिलाध्यक्ष रणधीर काला कुंडू ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि विरोध करने वाले किसान संगठन के लोग नहीं हैं। साथ ही इस तरह विरोध नहीं करना चाहिए। इस पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं। व्यक्तिगत कुछ भी कर सकता है। हर व्यक्ति आजाद है। जबकि महिला जिलाध्यक्ष गीता अहलावत ने कहा कि इनसे कोई हमदर्दी नहीं है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य ने इसे गलत बताया।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पूर्व जिलाध्यक्ष रणधीर काला कुंडू ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं वह किसी भी किसान संगठन के नही है वह किसी अन्य पार्टियों से आस्था रखते हैं क्योंकि किसी भी किसान संगठन ने किसी भी पार्टी के नेताओं का विरोध करने की कॉल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वोट करना सबका अधिकार है और ऐसे में कोई नेता प्रचार करने के लिए किसी के गांव में जाता है और उसका कोई विरोध करता है वह गलत बात है। किसान संगठन किसी भी पार्टियों का विरोध नही कर रहा है। वह सिर्फ किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन अब आचार संहिता लगने के बाद उन्होंने अपनी कॉल वापिस ले ली थी लेकिन कुछ लोग भाजपा व जेजेपी के नेताओं का विरोध कर रहे हैं वह किसी के बहकावे में आकर कर रहे हैं और वह किसान नहीं बल्कि किसी अन्य पार्टियों में आस्था रखते हैं।
वहीँ संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य एवं किसान सभा महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि यह गलत बोल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा का आह्वान है कि भाजपा ने किसानों के साथ जो किया उसका पर्दाफाश किया जाए। साथ ही भाजपा का विरोध किया जाए। इसको लेकर 30 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक भी रोहतक में हुई थी। बैठक में भी भाजपा के विरोध का फैसला लिया गया था। इस तरह के बयान देना गलत है। भारतीय किसान यूनियन टिकैत की महिला जिलाध्यक्ष गीता अहलावत ने कहा कि रणधीर काला के पास कोई पद नहीं हैं। वहीं भाजपा व जजपा से कोई हमदर्दी नहीं, विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जब किसान दिल्ली जा रहे थे तो उनको रोका व किसानों पर लाठियां बरसाई थी। अब विरोध जारी रहेगा, उनको सबक सिखाया जाएगा।