मौसम बदलने के साथ ही थोड़ी ठंड बढ़ गई है। वहीं, कोहरे के कहर ने भी लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। आज मौसम का पहला कोहरा फरीदकोट में देखने को मिला, जिसके चलते शहरी इलाकों में भी कोहरे की चादर नजर आई, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जहां एक तरफ कोहरे के कहर ने लोगों को परेशान कर रखा है। वहीं, पराली जलाने से पैदा हुए स्मॉग से भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मौके पर लोगों का कहना है कि कोहरे के कारण रफ्तार पर ब्रेक लग गया है और इस घने कोहरे के कारण सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों और काम पर जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि इसके कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
वहीं लोगों का कहना है कि पराली जलाने से भारी प्रदूषण हो रहा है, जिससे चारों तरफ स्मॉग फैल रहा है और कोहरे से भी ज्यादा खतरनाक स्थिति पैदा हो रही है, जिससे सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और काफी नुकसानदायक है। खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए उन्होंने मांग की कि सरकार को पराली को लेकर उचित व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसानों को पराली न जलानी पड़े।
पराली प्रबंधन के लिए प्रशासन की पहल, गट्ठर रखने के लिए पंचायती जमीन मुफ्त देने की घोषणा
पंजाब के साथ-साथ चंडीगढ़ में भी हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। स्थिति यह है कि राजधानी की हवा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों से 6 गुना अधिक प्रदूषित है। चंडीगढ़ लगातार रेड जोन में चल रहा है, जबकि पंजाब के अमृतसर में हवा की गुणवत्ता 200 से ऊपर बनी हुई है और ऑरेंज जोन में है। इसके साथ ही पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में भी कोहरे का असर देखने को मिला, जहां विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है।