Friday, May 17, 2024
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हरियाणा में हर साल 12 हजार युवा बनेंगे हुनरमंद, सरकार ने किया ये बड़ा एलान

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प्रदेश में 10 नए राजकीय कौशल विद्यालय खोले जाएंगे और प्रतिवर्ष श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से करीब 12 हजार युवाओं को स्किल्ड किया जाएगा। अभी इस विश्वविद्यालय से करीब दो हजार युवा प्रतिवर्ष स्किल्ड हो रहे हैं।

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हरियाणा। हरियाणा सरकार ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए हरियाणा कौशल विकास निगम व विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है। इन निगम के माध्यम से अलग अलग औद्योगिक इकाइयों के साथ एमओयू करते हुए युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोले हैं। अब सरकार द्वारा हर साल 12 हजार युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए प्रदेश में 10 नए राजकीय कौशल विद्यालय खोले जाएंगे और प्रतिवर्ष श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से करीब 12 हजार युवाओं को स्किल्ड किया जाएगा। अभी इस विश्वविद्यालय से करीब दो हजार युवा प्रतिवर्ष स्किल्ड हो रहे हैं। ज्ञान-कौशल के बलबूते हरियाणवी युवा दुनिया मे नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए 150 करोड़ की राशि जल्द जारी की जाएगी। ऐसी घोषणाएं सोमवार को पलवल के दुधौला में स्थित श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परिसर नए भवन का लोकार्पण करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने की।

नवनिर्मित परिसर का लोकार्पण

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का लोकार्पण करते हुए परिसर में करीब 357 करोड़ रुपये की सौगात दी। आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पूरी दुनिया में भारत का युवा कौशल विकास के बलबूते अपना प्रभाव स्थापित कर रहा है और हरियाणा कौशल विकास के क्षेत्र में अपनी अतुलनीय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय पलवल जिला में शुरू किया गया है और यह हमारे लिए गौरव की बात है कि इस विश्वविद्यालय की बेहतर प्लेसमेंट भी हो रही है और युवा यहां से कौशल विकास से आत्मनिर्भर होकर स्वरोजगार भी अपना रहे हैं।

नए भवन में 69 क्लासरूम तैयार

विश्वविद्यालय के इस तक्षशिला प्रशासनिक भवन से 10 ब्लॉक का लोकार्पण किया गया। जिनमें 6 शैक्षणिक ब्लॉक में 69 क्लासरूम हैं और अधिकतर स्मार्ट क्लास रूम, कंप्यूटर लैब, प्रशासनिक भवन, एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस है। सीएनसी लैब, सोलर लैब, एडवांस्ड इलेक्ट्रिक लैब, इलेक्ट्रॉनिक लैब, वेल्डिंग लैब भी उद्घाटन में शामिल हैं। परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास भी परिसर में बन कर तैयार हैं,जिनमे 500-500 बेड की व्यवस्था की गई हैं।

विश्वविद्यालय में पहला अभिनव कौशल विद्यालय

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कौशल विश्वविद्यालय में देश का पहला अभिनव कौशल विद्यालय शुरू किया गया है। जिसमें एआई, आईटी, ऑटोमेशन, डेटा साइंस, हेल्थ केयर और योग जैसे विषयों का अध्ययन कराया जा रहा है। तीन दर्जन से अधिक कोर्स चल रहे हैं जो युवाओं के कौशल विकास में अहम हैं। विद्यार्थी अपनी इच्छा अनुरूप प्रवेश लेकर अपने कौशल के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश में 10 ऐसे विद्यालय शुरू किए जाएंगे। जहां फिल्हाल कक्षा आठ के बाद से और बाद में कक्षा पांच के बाद से भी इनमें दाखिला लिया जा सकेगा।

श्रीविश्वकर्मा को समर्पित है विश्वविद्यालय

मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीविश्वकर्मा को नमन करते हुए कहा कि श्रीविश्वकर्मा के नाम से बना यह विश्वविद्यालय कला और कौशल के देवता की कार्यशैली को समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भूमि पर जो भी कला व कौशल का कार्य शुरू होता है वह भगवान विश्वकर्मा द्वारा प्रदत्त शिक्षा व मार्गदर्शन से ही अनुकरणीय है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के युवा को सही कौशल विकास से जोड़ने के लिए शुरू किए गए इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये का अनुदान सरकार की ओर से मंजूर किया गया है जिसमें अब तक 357 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो चुके हैं और जल्द ही सरकार की ओर से विश्व विद्यालय प्रबंधन के अनुरोध पर 150 करोड़ रुपये की राशि जल्द जारी कर दी जाएगी।

 

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