अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रम्प के शपथ ग्रहण के पहले दिन ही 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि इन गिरफ्तारियों में अधिकांश आरोपी गंभीर अपराधों में शामिल थे, जैसे हत्या, किडनैपिंग और रेप।
लेविट के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन इतिहास में सबसे बड़े डिपोर्टेशन ऑपरेशन को अंजाम दे रहा है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों को सैन्य विमानों के जरिए उनके देशों में वापस भेज दिया गया। हालांकि, इन अपराधियों को कहां भेजा गया है, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
अवैध प्रवासियों को पकड़ने के लिए अमेरिका के कई शहरों में इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) ने बड़े पैमाने पर छापेमारी की। इसके साथ ही, ट्रम्प प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अमेरिकी सीमाओं की सुरक्षा के लिए अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करेंगे और जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करेंगे, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा।
इसी बीच, अमेरिकी सीनेट में भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक बिल पारित किया गया, जिसे ‘लैकेन रिले एक्ट’ नाम दिया गया है। इस एक्ट का नाम एक हत्या के शिकार युवती के नाम पर रखा गया है, जो एक वेनेजुएला के नागरिक के हाथों मारी गई थी। ट्रम्प प्रशासन ने इस बिल को भी पास कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती और बढ़ सकती है।