Saturday, February 22, 2025
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क्या आप जानत हैं WiFi का आविष्कार किसने किया था और कहां पर हुआ था?

टेबलेट पीसी, एन्‍ड्राइड फोन हो या लैपटॉप, इन डिवाइसों में इंटरनेट प्रयोग करने के लिये वाई-फाई (WiFi) नेटवर्क हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है। WiFi ने लोगों की जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है, लेकिन क्‍या आपको पता है कि वाई-फाई का आविष्‍कार किसने किया था? वाई-फाई का पूरा नाम क्या है और इसका आविष्कार कहां पर हुआ था? अगर नहीं पता है तो हम बता देते है।

दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला ने किया आविष्कार

दोस्तों WiFi का आविष्कार करने वाली एक महिला थी जो दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं में से एक थी इनका नाम हेडी लमार। इनका जन्म 9 नवंबर 1914 को ऑस्ट्रिया के वियना शहर में हुआ था। वो एक हॉलीवुड एक्ट्रस थी। कुछ फिल्में करने के बाद उनका इस करियर से मन उब गया। इसके हेडी लमार ने अपलाइड साइंस में एक्सपेरिमेंट करने शुरु कर दिए।

हेडी लमार को साइंस में इतनी दिलचस्पी थी कि वो कहती थी कि साइंस के लिए मुझे आइडिया सोचने की जरूरत नहीं पड़ती। लमार के इन्हीं एक्सपेरिमेंट्स ने वाई-फाई की खोज की जिसके आधार पर ब्लूटूथ, जीपीएस और मोबाइल फोन जैसी वैज्ञानिक क्रांतियां वजूद में आईं और 21वीं सदी का ताना-बाना ही बदल गया। अमेरिका में इस आविष्कार का पेटेंट हेडी के नाम है, नंबर है 22,92,387.

‘दूसरे विश्व युद्ध में हिटलर की सेना का अटैक’

द्वितीय विश्व युद्ध की बात है। अटलांटिक महासागर में नाजियों की सबमरीनों (पनडुब्बियों) ने कहर मचा रखा था। इनके निशाने पर थे अमेरिका-ब्रिटेन के जहाज। ये पनडुब्बी उन जहाजों पर भी हमला करती थीं जिनमें बच्चे और महिलाएं होती थीं। ये लोग नाजी सेना के खौफ से डरकर लंदन से भाग रहे होते लेकिन जर्मन यू बोट्स बीच समंदर ही इनकी समाधि बना देते।

हेडी लैमर की जिंदगी पर 2018 में आई डॉक्युमेंट्री ‘बॉम्बशेल’ की अमेरिकी डायरेक्टर एलेक्जेंड्रा डीन युद्ध की परिस्थितियों को समझाती हुई कहती हैं, “इंग्लैंड को कोई सप्लाई नहीं मिल पा रही थी। जर्मन सबमरीन लगातार उनके जहाज को निशाना बना रहे थे। लग रहा था नाजी सेना जंग जीतने ही वाली है”

जर्मनी की सेना मित्र राष्ट्रों (ब्रिटेन, अमेरिका, सोवियत रूस) के हमले नाकाम बना रही थी। क्योंकि जर्मन सेना मित्र राष्ट्रों के रेडियो सिग्नल को जाम कर या फिर हैक कर दे रही थी। ये रेडियो सिग्नल ही मित्र राष्ट्रों के टॉरपीडो को गाइड कर रहे थे।

जब मित्र राष्ट्रों की सेनाएं समंदर में नाजी पनडुब्बियों पर हमला करने के लिए टॉरपीडो दागती थीं तो नाजी आर्मी इन टॉरपीडो का रेडियो सिग्नल जाम या हैक करके इसे टारगेट से डिगा देते थे। इस वजह से मित्र राष्ट्रों के हमले नाकाम हो रहे थे।

पियानो की धुन ने दिया आइडिया

इन्हीं परिस्थितियों में लॉस एंजिल्स के एक बंगले में अभिनेत्री हेडी लैमर एक पियानो पर बैठी थीं, उनके बगल में थे हॉलीवुड के कम्पोजर जॉर्ज एन्टाइल (George Antheil)। लेकिन ये दोनों किसी गाने की धुन नहीं बना रहे थे। ये कुछ ऐसी चीज पर काम कर रहे थे जिससे द्वितीय विश्व युद्ध का रुख बदल सकता था, ये वो खोज थी जो 21वीं सदी का साइंटिफिक टेम्परामेंट बदलने वाली थी।

फिर लमार ने कर दिखाया कमाल

अब जो हेडी लमार ने किया वो अदभुत था। अभिनेत्री लैमर एक ऐसा रेडियो सिग्नल बनाने में सफल हुईं जिसे हैक या जाम नहीं किया जा सकता था। यानी कि टॉरपीडो को टारगेट तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता था।

लेकिन इसमें पियानो का क्या रोल था? दरअसल 5 साल से पियानो बजाने वाली हेडी ने जॉर्ज एन्टाइल के साथ मिलकर ये महसूस किया कि अगर पियानो को एक (नोट) स्वर से दूसरे स्वर पर जाने के लिए सिंक्रनाइज़ किया जा सकता है और धुन भी नहीं बिगड़ती है तो एक टॉरपीडो को गाइड करने वाला रेडियो सिग्नल क्यों नहीं हॉप (कूद) कर सकता. बस एक ग्राउंड ब्रेकिंग आविष्कार का आधार तैयार हो गया था।

ऐसे रोकी जा सकती है फ्रीक्वेंसी की हैकिंग और जैमिंग

पुलित्जर पुरस्कार विजेता और हेडी लैमर पर किताब (Hedy’s Folly:The Life and Breakthrough Inventions of Hedy Lamarr) लिखने वाले लेखक रिचर्ड रोड्स कहते हैं, “हेडी का विचार यह था कि यदि ट्रांसमीटर और रिसीवर दोनों एक साथ एक फ्रीक्वेंसी से दूसरी फ्रीक्वेंसी पर छलांग लगा लें तो हैकर/जैमर को ये पता ही नहीं चल पाएगा कि सिग्नल कहां है।”

यानी कि हैकर या जैमर सिग्नल जाम करेगा तो किसे? क्योंकि जब तक वो एक फ्रीक्वेंसी पर सिग्नल को जाम करेगा तब तक सिग्नल दूसरी फ्रीक्वेंसी पर चला जाएगा।

और रखी गई WiFi की बुनियाद 

हेडी लैमर ने अपनी इसी खोज को नाम दिया फ्रीक्वेंसी होपिंग स्प्रेड स्पेक्ट्रम (FHSS) ये रेडियो कम्युनिकेशन का एक सीक्रेट मीडियम था। एलेक्जेंड्रा डीन कहती हैं कि यही फ्रीक्वेंसी होपिंग हमारे आज के वायरलेस कम्युनिकेशन में इस्तेमाल होता है। ब्लूटूथ, वाईफाई, मिलिट्री कम्युनिकेशन इसके उदाहरण हैं। हेडी ने अपना ये पेटेंट अमेरिकी सरकार को भेंट कर दिया।

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