दिल्ली: विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। विजेंद्र गुप्ता के नाम का प्रस्ताव दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सदन में रखा। लेकिन, अध्यक्ष बनते ही विजेंद्र गुप्ता को विपक्ष के आरोपों का सामना करना पड़ा। नतीजा ये रहा कि सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
विजेंद्र गुप्ता बार-बार विपक्ष को शांत करने की कोशिश करते रहे, लेकिन सफल नहीं हुए। आखिरकार सदस्यों को सीट पर बैठाने के लिए उन्हें खुद अपनी सीट से उठ खड़ा होना पड़ा।
विपक्ष ने किया खूब हंगामा
सदन के अंदर पहले ही दिन विपक्ष ने काफी हंगामा किया। आम आदमी पार्टी की नेता और मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ.भीमराव अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए बीजेपी को दलित और सिख विरोधी बताया।
#WATCH | AAP MLAs protest inside Delhi Assembly. LoP Atishi alleged that pictures of Dr BR Ambedkar and Bhagat Singh have been removed from CM’s office
Speaker Vijender Gupta says, “It was a courtesy address. You should not have made it a political platform. The opposition does… pic.twitter.com/yaPbP5gBeG
— ANI (@ANI) February 24, 2025
आप का दावा है कि अब इसकी जगह पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और महात्मा गांधी की तस्वीर लगाई गई है। आप का कहना है कि नई तस्वीर पर आपत्ति नहीं है, लेकिन आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर हटाना गलत है।
कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?
61 वर्षीय विजेंद्र गुप्ता रोहिणा से बीजेपी विधायक हैं. उन्होंने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और दिल्ली यूनिवर्सिटी के उपाध्यक्ष भी रहे। पहले नगर निगम पार्षद और फिर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का सफर विजेंद्र गुप्ता ने तय किया।