Déjà vu : आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि जो आपके साथ अभी हो रहा है, वो पहले भी हो चुका है? जैसे कि किसी नई जगह जाकर भी ऐसा लगना कि आप वहां पहले आ चुके हैं। यह सिर्फ आपका भ्रम नहीं है बल्कि इसे Déjà vu कहते हैं। यह एक अनोखी मानसिक स्थिति है.
जिसे दुनिया के लगभग 90% लोग अपने जीवन में कभी न कभी अनुभव करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है? क्या यह कोई बीमारी है या दिमाग का खेल? चलिए, इस पर विस्तार से जानते हैं।
Déjà vu क्या है?
Déjà vu एक फ्रेंच शब्द है, जिसका मतलब होता है “पहले से देखा हुआ।” यह एक प्रकार का Memory Illusion है। जब आपको ऐसा लगता है कि कोई घटना, स्थान या स्थिति आपके साथ पहले भी घटित हो चुकी है, तो यह Déjà vu का अनुभव हो सकता है। हालांकि ऐसा वास्तव में नहीं हुआ होता, लेकिन आपका दिमाग आपको यह विश्वास दिलाने लगता है।
यह घटना थोड़े समय के लिए होती है और इसके बाद आप सामान्य महसूस करने लगते हैं। इसे किसी प्रकार की बीमारी या समस्या नहीं माना जाता, बल्कि यह दिमाग का एक सामान्य फेनोमेनन है।
Déjà vu क्यों होता है?
वैज्ञानिकों के पास अभी तक इसका कोई पक्का जवाब नहीं है। हालांकि, इसके पीछे कई थ्योरीज दी गई हैं:
1. थकावट और तनाव: जब आप मानसिक या शारीरिक रूप से बहुत ज्यादा थके होते हैं, तो आपका दिमाग गलत सिग्नल भेज सकता है, जिससे ऐसा लगता है कि जो कुछ हो रहा है, वो पहले भी हो चुका है।
2. मेमोरी मिक्सअप: यह तब होता है जब आपका दिमाग किसी वर्तमान स्थिति को पहले के किसी अनुभव से जोड़ देता है।
3. दिमाग का दो हिस्सों में बंटना: वैज्ञानिक मानते हैं कि Déjà vu के समय हमारा दिमाग दो हिस्सों में बंट जाता है। एक हिस्सा वर्तमान को समझने की कोशिश करता है, जबकि दूसरा हिस्सा इसे पुरानी यादों से जोड़ देता है।
क्या Déjà vu खतरनाक है?
नहीं, यह कोई बीमारी नहीं है। हालांकि, अगर आपको यह बार-बार होता है या इसके साथ अन्य लक्षण जैसे चक्कर आना, भूलने की बीमारी, या मानसिक भ्रम हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें। कभी-कभी यह एपिलेप्सी या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।
Déjà vu के पीछे के रोचक तथ्य
यह आमतौर पर किशोरों और युवा वयस्कों में ज्यादा होता है।
यह किसी भी स्थिति में हो सकता है, जैसे यात्रा के दौरान या किसी नई जगह पर।
वैज्ञानिक इसे Brain Lag या दिमाग के प्रोसेसिंग टाइम का अंतर भी मानते हैं।
Déjà vu एक रहस्यमय और दिलचस्प अनुभव है। इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह हमारी मानसिक स्थिति और याददाश्त का हिस्सा है। तो अगली बार जब आपको ऐसा लगे कि आपने यह अनुभव पहले भी किया है, तो इसे एक सामान्य घटना मानें और इसे महसूस करने का आनंद लें।