रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वायुसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, “आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई सिर्फ सुरक्षा का मामला नहीं है, यह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सिद्धांत का हिस्सा बन गया है और हम आतंकवाद के हर स्वरूप को जड़ से खत्म कर देंगे।
उन्होंने कहा कि मौजूदा युद्धविराम का मतलब है कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई उसके व्यवहार के आधार पर स्थगित की है। उन्होंने कहा कि अगर उसके व्यवहार में सुधार होता है तो अच्छी बात है; लेकिन अगर कोई गड़बड़ी होती है तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “हमारी कार्रवाई तो बस एक ट्रेलर थी, अगर जरूरत पड़ीतो हम पूरी तस्वीर दिखाएंगे। ‘आतंकवाद पर हमला करना और उसे खत्म करना’ नए भारत की नई सामान्य बात है।”
रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की प्रभावी भूमिका की सराहना की। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी शिविरों को सिर्फ 23 मिनट में खत्म करने के लिए वायु सेना के जांबाजों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “जब दुश्मन के इलाके में मिसाइलें गिराई गईं, तो दुनिया ने भारत की वीरता और पराक्रम की गूंज सुनी।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ इस अभियान का नेतृत्व भारतीय वायुसेना ने किया और ऑपरेशन के दौरान इसने सिर्फ दुश्मनों पर हावी होकर उन्हें खत्म कर दिया।
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत पहलगाम में मारे गए निर्दोष लोगों और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर की । उन्होंने घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। इस अवसर पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और वायुसेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
बता दें 15 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर के बादामी बाग कैंट में भारतीय सेना के जवानों से संवाद किया था।