Saturday, January 4, 2025
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नए साल पर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, डिजिटल अरेस्ट से रहें सावधान… साइबर ठगों के निशाने पर हर आदमी

पुलिस ने साइबर फ्रॉड को लेकर एडवाइजरी जारी की है। कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा,साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग।

डिजिटल अरेस्ट में साइबर ठग द्वारा पीड़ित को फोन कर बताया जाता है कि उनका नाम कोई शिकायत दर्ज हुई है। झूठे मामले को लेकर पीड़ित को पहले काफी डराया जाता है, जिससे वह घबरा जाता है। इसके बाद उन्हें घर से बाहर निकलने से मना कर दिया जाता है। दूसरा फोन कॉल कर के पीड़ितों को मदद देने का आश्वासन दिया जाता है। मदद मानकर पीड़ित ठगों की कही हुई हर बात को फालो करता है। ठग पीड़ितों को एक एप डाउनलोड करने को कहते हैं। लगातार उस एप के जरिए पीड़ित से जुड़े रहते हैं। कुछ देर बाद वह केस को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित से कुछ पैसे मांगते हैं। पीड़ित को इतना डरा दिया जाता है कि वह अपने स्वजन और करीबियों से भी इस तरह की बातें बताने में घबराने लगता है। उन्होंने कहा कि काल करने वाला अपने आप को सरकारी कर्मचारी बताएगा । इसने सावधान रहने की जरूरत है।

ठगी होने पर तुरन्त हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें

साइबर अपराधी प्रतिदिन अपराध करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन जागरुकता से ही साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं। इसके बावजूद साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरन्त भारत सरकार द्वारा जारी साइबर क्राइम हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर काल करें। 1930 पर तुरन्त शिकायत करने पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है।

साइबर फ्राड से बचने के लिए निम्न बातों का रखें ध्यान:

  • अगर कोई अपरिचित व्यक्ति किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहता है तो एप्लीकेशन डाउनलोड न करें।
  • ऑनलाइन खरीदारी करते समय चेक करें वेबसाइट के यूआरएल में एचटीटीपीएस हो न की खाली एचटीटीपी ।
  • ट्रान्जैक्शन करने में असमर्थ होने पर किसी भी अपरिचित व्यक्ति की सहायता न लें ।
  • एटीएम बूथ से कार्ड के द्वारा ट्रान्जैक्शन करें तो अपना पिन किसी को न बताए न दिखाएं ।
  • किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नम्बर, कार्ड की एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे तीन डिजिट के सीवीवी नम्बर को किसी के साथ शेयर न करें।
  • धोखाधड़ी होने की स्थिति में बैंक के कस्टमर केयर नम्बर पर कॉल कर अपने बैंक को सूचित करें।
  • ऑनलाइन नैट बैकिंग इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि ट्रान्जेक्शन हमेशा अपने पर्सनल कम्प्यूटर/लैपटॉप या फोन पर ही करें।
  • किसी अपरिचित नंबर से आपके पास फोन मैसेज या व्हाट्सएप मैसेज पर कोई लिंक या फोटो आए तो उस पर क्लिक न करें।
  • मौजूदा नेटवर्क को 5-जी नेटवर्क में शिफ्ट करवाने के नाम पर धोखाधडी करने वाले से सुरक्षित रहें।

 

 

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