Monday, July 14, 2025
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अब एक ही छत के नीचे बच्चों से लेकर बुजुर्गों का इलाज: सीएम योगी ने दिया प्रदेश के पहले हाईटेक ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर का तोहफा

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेशवासियों को प्रदेश के पहले हाईटेक ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर का तोहफा दिया। यह प्रदेश का पहला सेंटर है, जहां एक छत के नीचे बच्चों से लेकर बुजुर्गों को आर्थोपेडिक से संबंधित रोग का इलाज मिल सकेगा। इस सात मंजिला बिल्डिंग में मरीजों को ऑर्थोप्लास्टी, स्पाइन सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जैसी चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा।

केजीएमयू वीसी प्रो. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) अब प्रदेशवासियों की हड्डी से जुड़ी बीमारियों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि सेंटर का 86 करोड़ रुपये की लागत से विस्तार किया गया है। इस सेंटर में कुल 340 बेड की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें 8 अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर भी शामिल हैं। सेंटर को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है, जहां ऑर्थोप्लास्टी, स्पाइन सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जैसी समस्त चिकित्सा सेवाएं एक ही स्थान पर सुलभ होंगी। इसके अलावा सेंटर में एचआरएफ द्वारा संचालित फार्मेसी काउंटर भी होंगे, जहां 24 घंटे दवाएं और सर्जिकल उपकरण उपलब्ध रहेंगे। यह सात मंजिला भवन न केवल लखनऊ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के हड्डी रोग से पीड़ित मरीजों के लिए एक वरदान साबित होगा। प्रदेश की जनता को अब इलाज के लिए विभिन्न विभागों के बीच भटकना नहीं पड़ेगा। हड्डी और स्पाइन संबंधी बीमारियों की जांच, दवा, भर्ती और सर्जरी से लेकर छुट्टी तक की समस्त प्रक्रिया एक ही बिल्डिंग में पूरी होगी।

चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए स्थापित किया गया प्रशिक्षण केंद्र

हाईटेक ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में आर्थोपेडिक सर्जरी के लिए 220 बेड, स्पोर्ट्स मेडिसिन के लिए 60 बेड, पीडियाट्रिक ऑर्थो के लिए 60 बेड उपलब्ध हैं जबकि आर्थोपेडिक सर्जरी में से 24 बेड हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू), 24 प्राइवेट कमरे, 8 बड़े ऑपरेशन थिएटर, 2 छोटी ओटी और 8 ओपीडी कक्ष बनाए गए हैं। यहां पर विशेष रूप से खिलाड़ियों को लगने वाली चोटों के उपचार के लिए खेल चिकित्सा विशेषज्ञों की मौजूदगी रहेगी। इसके अलावा बच्चों में होने वाली हड्डियों से संबंधित समस्याओं के लिए भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उपलब्ध होगी। बता दें कि योगी सरकार के प्रयासों से केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं विकसित हो रही हैं। यह सेंटर न केवल मरीजों के लिए बल्कि चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी एक मील का पत्थर साबित होगा। सेंटर में एक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किया गया है, जहां चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।

 योगी ने केजीएमयू के नये जनरल सर्जरी भवन की रखी नींव, रोबोट से होगी मरीजों की सर्जरी

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केजीएमयू में जनरल सर्जरी के नये भवन के निर्माण की नींव रखी। यह भवन 378 करोड़ की लागत से दो वर्षों में बनकर तैयार हो जाएगा, जहां मरीजों रोबोटिक सर्जरी की सुविधा का लाभ मिलेगा।

केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. केके सिंह ने बताया कि नया सर्जरी भवन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित होगा। इसमें 12 ऑपरेशन थिएटर, 12 बेड वाला आईसीयू, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम, नेटवर्किंग, सोलर सिस्टम, रोबोटिक सर्जरी सिस्टम जैसी उच्चस्तरीय व्यवस्थाएं होंगी। यह केजीएमयू के जनरल सर्जरी विभाग को नई ऊंचाई पर ले जाएगा और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं सुलभ होंगी। नये सर्जरी भवन के ग्राउंड फ्लोर पर विभागाध्यक्ष का कक्ष, एचआरएफ स्टोर, पेशेंट वेटिंग एरिया, प्लाज्मा स्टेरिलाइजेशन सिस्टम, चार ऑपरेशन थिएटर, पोस्ट ऑप वार्ड (16 बेड), प्री-एनस्थीसिया कक्ष, पॉवर रूम और फैकल्टी कक्ष होंगे। वहीं प्रथम तल पर प्रोफेसर्स के रूम, सर्जरी लाइब्रेरी, इंडोस्कोपी रूम, डे केयर अोटी और वेटिंग एरिया जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा बेसमेंट में मुख्य सर्जरी कार्यालय, कैन्टीन, दो चेंजिंग रूम, रिकॉर्ड रूम, कमेटी रूम, सेमिनार हॉल, लेक्चर हॉल, स्किल लैब, लिनन और यूजी-पीजी सेक्शन का कार्यालय होगा।

जनरल सर्जरी के नये भवन के निर्माण से सर्जरी की लंबी वेटिंग होगी खत्म

प्रो. केके सिंह ने बताया कि जनरल सर्जरी का नया भवन दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। यह भवन उन मरीजों के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा, जो जटिल और विशिष्ट सर्जरी के लिए लंबे समय तक प्रतीक्षा करते हैं। भवन में स्थापित उपकरण और सुविधाओं से जटिल सर्जरी को शत-प्रतिशत सफलता मिलेगी। वहीं वर्तमान में जनरल सर्जरी के लिए लंबा इंतजार अाम बात थी, लेकिन इस भवन के निर्माण के बाद वेटिंग की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी। वहीं सर्जरी के बाद की देखभाल के लिए आईसीयू और पोस्ट-ऑप वार्ड की भी सुविधा मिलेगी। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में केजीएमयू ने न केवल सुविधाओं का विस्तार हुआ है बल्कि शोध, प्रशिक्षण और जटिल से जटिल शल्य चिकित्सा के मामलों में सफलता की दर इबारत लिखी है। वहीं, भविष्य में जनरल सर्जरी के क्षेत्र में शोध और विशेषज्ञता को नई दिशा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

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