चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में चल रही मेगा परियोजनाओं को तय समयावधि में पूरा करें और संबंधित प्रशासनिक सचिव स्वयं निगरानी करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि परियोजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता से किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री प्रदेश में चल रही 100 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान और सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में जानकारी दी गई कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा जल संरक्षण को बढ़ावा देने, पानी की समुचित आपूर्ति और सिंचाई दक्षता में सुधार करने हेतु मेगा परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। दादूपुर से हमीदा हेड तक नई समानांतर लाइन चैनल (पीएलसी) और डब्ल्यूजेसी का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस परियोजना का लक्ष्य गैर-मानसून अवधि के दौरान हथिनीकुंड बैराज से होने वाले रिसाव के नुकसान को कम करना है। अब तक लगभग 80 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। साथ ही, डब्ल्यूजेसी ब्रांच (75.25 किमी) तक ऑग्मेंटेशन नहर का पुनर्निर्माण 383 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इन परियोजना को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार, पीडी ब्रांच (मुनक से खुबडु हेड) की लाइनिंग और रीमॉडलिंग का कार्य भी लगभग 256 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसके अलावा, गुरूग्राम वाटर सप्लाई परियोजना का भी जल्द शिलान्यास किया जाएगा। इसके तहत चैनल की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीट किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता में किया जाए सुधार
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीट किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता में सुधार किया जाए, ताकि लोगों को पानी का उपयोग करने में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। साथ ही, औद्योगिक इकाइयों के साथ समन्वय स्थापित कर ट्रीटेड पानी के उपयोग को बढ़ाने पर जोर दिया जाए, जिससे ताजे पानी की बचत हो सके। इसके अलावा, ट्रीटेड पानी का सिंचाई के लिए भी निरंतर उपयोग किया जाए।
चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के तहत क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि भगवान परशुराम राजकीय मेडिकल कॉलेज, कैथल का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। अब तक 65 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा, गुरु तेग बहादुर मेडिकल कॉलेज, पंजुपुर, यमुनानगर की भी प्रगति की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बिना देरी जल्द से जल्द इन परियोजनाओं को पूरा किया जाए।