भोपाल में वीर बाल दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरु गोविंद सिंह जी और उनके बच्चों के बलिदान को याद किया। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारा में मत्था भी टेका। बातचीत को दौरान उन्होंने कहा कि मुगलों के अत्याचारों के सामने गुरु गोविंद सिंह जी के परिवार ने हिंदू धर्म और देश की गरिमा को बचाने के लिए अद्वितीय बलिदान दिया जो कभी नहीं भुलाया जा सकता।
साबिहजादों की वीरता को स्कूल में पढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुगलों ने हिंदू धर्म के लिए कठिन परीक्षाएं खड़ी कीं, लेकिन गुरु गोविंद सिंह जी के बच्चों ने स्वाभिमान और देश की गरिमा को बचाने के लिए अपना बलिदान दिया। छोटे बच्चों को दीवार में चुनवा दिया गया, जो इतिहास की सबसे हृदयविदारक घटनाओं में से एक है।
सीएम यादव ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही मध्य प्रदेश में गुरु गोविंद सिंह जी के 4 साबिहजादों की वीरता को स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा। जिससे नई पीढ़ी मानवता और धर्म के प्रति उनके समर्पण भाव को समझ सके। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया आज वीर बाल दिवस मनाकर गुरुजी के साहिबजादों को याद कर रही है। आज का दिन ही सच्चा बाल दिवस है।
1705 में दिया था बलिदान
आपको बता दें कि भारत में 2022 से हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है। ये दिन सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी के 4 वीर पुत्रों के अद्वितीय बलिदान और साहस के प्रति सम्मानित जताने के लिए मनाया जाता है। वीर बाल दिवस गुरु जी के छोटे साहिबजादों, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के बलिदान को समर्पित है। धर्म और मानवता की रक्षा के लिए 26 दिसंबर 1705 को उन्होंने अपने प्राण न्योछावर किये थे।