पंजाब, पिछले कुछ दिनों से 26 जनवरी की परेड में पंजाब की झांकी को शामिल न करने पर विवाद चल रहा है। इसे लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे राजनीति बताया और कहा कि रक्षा मंत्रालय ने पंजाब को इस तालिका में शामिल नहीं किया है। रक्षा मंत्रालय की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण पर आज मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर कहा है कि हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि पंजाब के योद्धाओं को खारिज किया गया है।
भगवंत मान ने ट्वीट में लिखा कि ‘हम अपने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, उधम सिंह, माय भागो.. करतार सराभे.. गदरी बाबा और महाराजा रणजीत सिंह जी के बलिदानों को खारिज श्रेणियों में नहीं भेजेंगे.. ये हमारे हीरो हैं..हम जानते हैं कि इनका सम्मान कैसे करना है..बीजेपी की एनओसी की जरूरत नहीं..” मुख्यमंत्री मान ने रक्षा मंत्रालय के उस पत्र की एक प्रति भी जोड़ी है. जिसे रक्षा मंत्रालय ने पंजाब सरकार को भेजा था।
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बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने साफ किया है कि किसी भी तरह से कोई भेदभाव नहीं किया गया है। मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय आया है जब पंजाब की झांकी को परेड में शामिल न करने को लेकर भेदभाव के आरोप लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 26 जनवरी की झांकियों को लेकर पंजाब, दिल्ली और पश्चिम बंगाल की आलोचना का सामना कर रहे रक्षा मंत्रालय ने रविवार को स्पष्ट किया कि उनकी झांकियां गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं की गईं क्योंकि वे इस साल की मुख्य थीम के साथ मेल नहीं खातीं थीं।