रोहतक। रोहतक में CM मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये एलिवेटेड पार्ट-2 का उद्घाटन शनिवार सुबह कर जनता को सौंप दिया है। एलिवेटेड पार्ट 2 के चालू होने से अब लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। ओवरब्रिज के चालू होने से वैश्य कॉलेज, अनाज मंडी, सुनारिया व अन्य कॉलोनियों की ओर से शहर में आने वाले नागरिकों को फायदा होगा और बहुत ही कम समय में आवागमन कर सकेंगे। इसके निर्माण पर 45.80 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस ब्रिज की लंबाई 1150 मीटर है और चौड़ाई 7 मीटर है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि एलिवेटेड रेलवे क्रॉसिंग पार्ट 2 रोहतक की जनता के लिए एक ऐतिहासिक प्रोजेक्ट है। इस रोड पर 24 घंटे में करीब 9 घंटे रेलवे फाटक बंद रहने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब इस समस्या को दूर कर दिया गया है। 45.80 करोड़ रूपए की लागत से बने इस ब्रिज के शुरू होने से रोहतक की जनता को बधाई देता हूं। सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों में आमजन के हित की बात नहीं की जाती थी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कारण ही 50 हजार से ज्यादा की आबादी को इस रेलवे क्रॉसिंग का फायदा होने जा रहा है। पिछली सरकारों में भी लोगों ने इसके निर्माण की मांग तक की पत्र तक लिखें। लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। लेकिन बीजेपी सरकार ने रोहतक की जनता के लिए जो विकास कार्य किए हैं वह अभी तक किसी सरकार ने नहीं किए हैं।
एलिवेटेड पार्ट-2 के चालू होने से न केवल एक बेहतर यातायात जन सुविधा मिलेगी, बल्कि इसका मानवीय दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण संबंध है। एलिवेटेड रोड के बनने से पहले गंभीर अवस्था वाले मरीज को जाम की वजह से पीजीआईएमएस तक पहुंचना मुश्किल था। लेकिन अब सुनारिया चौक इलाके से अशोका चौक होकर पीजीआईएमएस जाने में करीब 30 मिनट लगते थे। अब सफर और समय आधा हो जाएगा।
एलिवेटेड पार्ट-2 के चालू होने से झज्जर की ओर से आने वाले विभिन्न ग्रामीणों को इसका सीधा लाभ होगा। कच्चा बेरी रोड पर पहले घंटों तक जाम रहता था, लेकिन अब इसका लाभ किसानों, व्यापारियों, आढ़तियों सहित सभी को मिलेगा। एलिवेटेड पार्ट-2 के उद्घाटन अवसर पर नई अनाज मंडी के समीप कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में अधिकारियों के अलावा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा और रेलवे इंजीनियर विभाग के अधिकारी समेत अन्य नेतागण मौजूद रहे।
आपको बता दें रोहिल्ला समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री से रेलवे ओवरब्रिज का नाम भगत नामदेव संत के नाम से रखने की मांग की थी, जो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी कर दी है। वैश्य शिक्षण संस्थाएं, नई अनाज मंडी, सुनारिया तथा आसपास की कॉलोनियों रोहतक नगर से कटी हुई थी, इस ब्रिज के निर्माण से इसका जुड़ाव भी हुआ है। इस अवसर पर उपायुक्त अजय कुमार, एसडीएम राकेश कुमार सैनी, सिटीएम मुकुंद कुमार, कार्यकार अभियंता राहुल चहल समेत प्रशासन के अनेक अधिकारी मौजूद रहे।