China New Virus: कोरोना के बाद चीन में एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है, जिसके बाद दुनिया में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। चीन के सोशल मीडिया पर दावा है कि नए वायरस ने 18 अलग-अलग देशों में 7,834 लोगों को इंफेक्टेड कर दिया है, जिसके चलते कई लोगों की मौतें हो गई है।
क्या दुनिया से छुपाना चाहता है चीन?
दावा किया जा रहा है कि चीन के अस्पतालों भारी संख्या में मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया के दावों के मुताबिक, चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य समस्याओं को और बढ़ा रहा है। हालात बिल्कुल कोविड-19 महामारी की तरह हो चुके हैं।
इतना ही नहीं, चीन एक बार फिर इसे दुनिया की नजरों से छिपाए रखना चाहता है, जैसा उसने कोरोना को लेकर भी किया था। सोशल मीडिया पर लोग बता रहे हैं कि चीन फिर एक बार इस वायरस के कारण हो रहे जान-माल के नुकसान को छुपा रहा है और असल बात नहीं बता रहा है। सवाल है कि क्या चीन फिर से दुनिया को नई महामारी देने वाला है।
ये वायरस भी हवा के जरिए फैल सकता है
कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी और अब एक बार फिर चीन के अस्पतालों में लंबी लाइनें हैं। कोरोना वायरस के बाद एक बार फिर चीन में मौत का आतंक लौट आया है। लोगों के चेहरे पर फिर से मास्क आ गए हैं और उनकी आंखों में डर दिखाई दे रहा है। HMPV का पैटर्न ठीक वैसा है जैसा कोरोना का था। यानी ये वायरस भी हवा के जरिए फैल सकता है।
ठंड में वायरस फैलने का खतरा ज्यादा
जानकारी के मुताबिक चीन में सांसों से संबंधित संक्रामक बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी है लेकिन अब तक न तो चीनी सरकार ने और न ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे लेकर कुछ कहा है। इसलिए ये पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि चीन में वास्तव में कोई महामारी आ गई है या यह सिर्फ वकवास है।
जब ठंड बढ़ती है तो सांसों से संबंधित बीमारियों का खतरा बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा हो ही जाती है। इसका कारण ह कि बच्चों में तब तक इम्यूनिटी का विकास सही से नहीं हो पाता है और बुजुर्गों में इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। जिन लोगों को पहले से अस्थमा या सीओपीडी है, उन्हें ठंड में ज्यादा खतरा है।