चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस देश की असली ताकत हमारे गरीब, श्रमिक और वंचित वर्ग के लोग हैं। यही लोग अपने पसीने और मेहनत से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सबसे बड़ा योगदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते 11 वर्षों में इन मेहनतकश वर्गों को जो सम्मान और अधिकार दिए हैं, वह कांग्रेस कभी नहीं दे पाई। कांग्रेस ने हमेशा अपने परिवार के हितों को प्राथमिकता दी और आम जनता, समाज और देश की चिंता नहीं की। कांग्रेस ने दशकों तक सत्ता में रहते हुए आम जनता की अपेक्षाओं की अनदेखी की और अब जनता ने उन्हें शून्य पर लाकर खड़ा कर दिया है।
मुख्यमंत्री शनिवार को संत कबीर कुटीर पर प्रदेशभर से आए डीएससी समाज के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर डीएससी समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया और डीएससी समाज के आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को 11 जून को सिरसा में मनाई जाने वाली संत कबीर जयंती के लिए भी निमंत्रण भी दिया।
मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों को योद्धा बताते हुए कहा कि समाज ने जो यह सम्मान की पगड़ी मेरे सिर पर रखी है, यह सम्मान समाज का है और मैं इस सम्मान को कभी कम नहीं होने दूंगा। उन्होंने कहा कि आज डीएससी को उसका अधिकार और सम्मान मिल रहा है। हाल ही में जो लगभग 3,500 भर्तियों की घोषणा हुई है, उसमें 605 पद डीएससी समाज के लिए और 604 पद अन्य अनुसूचित जातियों के लिए हैं। यह सामाजिक न्याय की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने कहा कि डीएससी समाज ने काफी संघर्ष किया और आज उस संघर्ष के सुखद परिणाम सामने आए हैं। इससे हमारी आने वाली पीढ़ियां सशक्त और मजबूत होंगी।
कांग्रेस ने डॉ. भीम राव अंबेडकर को नहीं दिया सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का संविधान, जिसे बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने राष्ट्र को प्रदान किया, आज हमारे लोकतंत्र की मूल आत्मा है। इस पवित्र संविधान के कारण ही देश को एक लोकतांत्रिक व्यवस्था मिली, जिसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद और न्यायपालिका मजबूती से कार्य कर रहे हैं। संसद के भीतर अध्यक्ष भी इसी संविधान की देन है, लेकिन दुर्भाग्यवश, कांग्रेस पार्टी ने डॉ. अंबेडकर को कभी सम्मान नहीं दिया और आज भी कांग्रेस पार्टी जब राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद या न्यायपालिका पर टिप्पणियां करती है तो यह सिर्फ इनका नहीं, बल्कि स्वयं डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनके बनाए संविधान का अपमान है।
सैनी ने कहा कि चुनावों के दौरान राहुल गांधी पवित्र संविधान की प्रति को हाथ में उठाकर घूमते नजर आए। उन्हें कोई बताए कि यह संविधान कोई प्रदर्शन की वस्तु नहीं है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र का मूल स्तंभ है, यह पूजा के योग्य है। संविधान को हाथ में उठाकर लोगों को डराना या गुमराह करना गलत है।
डीएससी समाज को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिया उनका हक:: मंत्री कृष्ण बेदी
मंत्री कृष्ण बेदी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सराहना करते हुए कहा कि डीएससी समाज की 60-70 वर्षों की पीड़ा और तड़प को समाप्त कर मुख्यमंत्री ने उन्हें जो अधिकार दिया है, वो ऐतिहासिक और युग परिवर्तनकारी है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक नीति या निर्णय नहीं था, बल्कि ये शोषितों और वंचितों के सम्मान की रक्षा के लिए उठाया गया साहसिक कदम था। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय लागू केवल हरियाणा में हुआ, यह मुख्यमंत्री के दृढ़ संकल्प और समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता का प्रमाण है।
इस मौके पर विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि, रोहतक के मेयर रामअवतार वाल्मीकि, अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन रविंद्र बलियाला, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, स्वामी स्वदेश कबीर, पूर्व मंत्री बिशम्बर वाल्मीकि, पूर्व मंत्री अनूप धानक, पूर्व मंत्री जगदीश नय्यर, मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय सहित डीएससी समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।