रोहतक। रोहतक में सोमवार से एक बार फिर से स्कूली बसों की जांच के लिए अभियान चलाया जायेगा। प्रशासन की तरफ से स्कूल संचालकों को वाहनों के कागजात पूरे करने के लिए 28 अप्रैल तक का समय मिला है। इसके बाद फिर से आरटीए द्वारा स्कूल वाहनों की जांच की जाएगी। इससे पहले जांच करते हुए आरटीए द्वारा 1037 स्कूल वाहनों में से 406 बसों की जांच की गई। इस दौरान 53 के चालान किए और 50 बसों को इंपाउंड किया गया है।
एसडीएम आशीष कुमार ने भी स्पेशल चेकिंग अभियान चलाकर, स्कूलों में वाहनों की जांच की है। 200 से ज्यादा बसों जांच में 20 से अधिक चालान व 17 के करीब बसों को इंपाउंड किया है। अब आरटीए द्वारा 28 अप्रैल के बाद एक बार फिर से स्कूल वाहनों की जांच होगी। इसके लिए आरटीए ने तैयारियां शुरू कर दी है। अब स्कूलों में नए वाहन आने शुरू हो गए हैं।
बता दें कि अधिकतर स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं है। अगर कोई अनहोनी हो जाए तो स्कूल के पास कोई रिकार्ड तक नहीं दर्ज होगा, वहीं आरटीए ने सख्त आदेश दिए हैं कि बसों में सभी मानक पूरे होने चाहिए। जीपीएस सिस्टम भी बसों में होना चाहिए, ताकि वाहन की लोकेशन का पता लगाया जा सके।
जांच के लिए बनाई है तीन टीमें
रोहतक आरटीए कार्यालय के ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि आरटीए द्वारा स्कूल वाहनों की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। 28 तक राहत जरूर दी गई है, लेकिन फिर भी आरटीए की टीमें बसों पर नजर रखे हुए हैं। अगर स्कूल के समय अगर वाहन नियमों का उल्लंघन किया गया हो तो कार्रवाई की जाएगी। स्कूल संचालकों को निर्देश दिए गए है कि जब बस में बच्चे हो तो मेन बस का मेन गेट बंद होना चाहिए।
28 अप्रैल तक सभी स्कूलों को वाहनों के सभी कागजों और मानकों को पूरा करना हैं। स्कूलों के पास जितने भी वाहन है, उनमें कोई न कोई कमी है। इसकी लिस्ट तैयार की गई है, अगर समय रहते स्कूल संचालक सभी कोरम पूरा नहीं करते है तो कार्रवाई की जाएगी।