भारत 9 मार्च, 2025 को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल खेलने के लिए तैयार है। यह मैच भारत के लिए एक बड़ा अवसर है, क्योंकि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पिछले 37 वर्षों से जीत दर्ज नहीं कर पाया है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली बड़ी भिड़ंत 2000 की आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी (अब चैंपियंस ट्रॉफी) के फाइनल में हुई थी। इस मुकाबले में भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 117 और सचिन तेंदुलकर ने 69 रन बनाए, जिससे भारत ने 264/6 का स्कोर खड़ा किया। लेकिन न्यूजीलैंड के क्रिस केर्न्स की नाबाद 102 रनों की पारी ने उनकी टीम को चार विकेट से जीत दिलाई।
इसके बाद, दोनों टीमें 2021 में पहली आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भिड़ीं। बारिश से प्रभावित इस मैच में न्यूजीलैंड ने आठ विकेट से जीत हासिल की। भारतीय बल्लेबाज न्यूजीलैंड के गेंदबाज काइल जेमीसन के सामने संघर्ष करते नजर आए, जिन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए थे।
2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रन से हराकर फाइनल की दौड़ से बाहर कर दिया था।
2024 के अंत में, न्यूजीलैंड ने भारत को उसकी सरजमीं पर 3-0 से टेस्ट सीरीज में हराकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार था जब भारत को तीन या अधिक मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा।
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हालांकि, मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में भारत शानदार फॉर्म में है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने सभी चार मैच जीते हैं, जिनमें न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज में मिली जीत भी शामिल है।
फाइनल में भारत के पास चैंपियंस ट्रॉफी का तीसरा खिताब जीतने और न्यूजीलैंड के खिलाफ लंबे समय से चले आ रहे हार के सिलसिले को खत्म करने का सुनहरा मौका है।