रोहतक। रोहतक से हिसार जाते हुए के अचानक महम में तालाबों के सौंदर्यकरण को लेकर सीएम मनोहर लाल द्वारा दौरा करने के बाद विवाद बढ़ गया है। सीएम के समक्ष नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन व हाल चेयरमैन प्रतिनिधि फतेह पंवार ने शिकायत को चुनावी रंजिश बताया। वहीं, अब शिकायतकर्ता ने वीडियो जारी करके नपा चेयरमैन प्रतिनिधि पर हमला बोला और कहा कि उन्होंने भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई है।
महम के तालाबों का निरीक्षण
सामाजिक कार्यकर्ता राकेश भारद्वाज ने कहा कि महम शहर के तालाबों के सौंदर्यकरण में धांधली हुई है। जिसकी शिकायतें की गई थीं। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद महम के तालाबों का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एवं वर्तमान अध्यक्ष प्रतिनिधि फतेह पंवार ने सीएम के समक्ष झूठी बातें रखी। जिसमें उसने कहा कि शिकायतकर्ता (राकेश भारद्वाज) चुनाव हारे हुए हैं, इसलिए चुनावी रंजिश रखते हुए शिकायत कर रहे हैं।
वीडियो जारी कर किया पलटवार
इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता राकेश भारद्वाज ने वीडियो जारी करके पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पर पलटवार किया। जिसमें कहा कि आज तक कभी भी उसने कोई चुनाव नहीं लड़ा। हार जीत की तो बात दूर है। वर्तमान अध्यक्ष इस समय फतेह सिंह की पुत्रवधू हैं। राकेश भारद्वाज ने कहा कि वे पिछले कई सालों से भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। चाहे वह प्राइवेट बसों के महम शहर से बाहर से लेकर जाने का मुद्दा हो, पानी व सीवर से संबंधित समस्या हो, बस स्टैंड या नगर पालिका से संबंधित हो। हर खराब व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई हैं।
ACB की जांच में होगा सब साफ़
राकेश भारद्वाज ने कहा कि तालाबों की खराब व्यवस्था को देखकर हमने इसकी शिकायत सीएम के समक्ष की थी। कई अधिकारियों को भी इसकी शिकायत की जा चुकी है। इससे संबंधित एंटी करप्शन ब्यूरो में मामला दर्ज हो चुका है और एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी इस विषय की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत पर सीएम मनोहर लाल ने निरीक्षण किया था। हालांकि एंटी करप्शन ब्यूरो जांच कर रही है। सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
चुनावी रंजिश में कर रहा शिकायत
महम नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन व हाल चेयरमैन प्रतिनिधि फतेह पंवार ने कहा कि राकेश भारद्वाज चुनावी रंजिश में यह शिकायतें दे रहा है। पिछली बार एमसी के चुनाव हुए तो राकेश का परिवार में भाई चुनाव लड़ा था। उस दौरान मुझे (फतेह पंवार) चुनाव में खड़ा होने से मना किया था। लेकिन वे चुनाव लड़े और राकेश भारद्वाज का भाई चुनाव हार गया। यह वही रंजिश बरत रहा है। पहले भी शिकायत दे चुका है।