नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। कलयुग में भगवान श्रीराम भक्त हनुमान ऐसे साक्षात और जाग्रत देव हैं जो थोड़ी सी पूजा से जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते हैं। मंगलवार को उनकी आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। अक्सर लोग मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कि प्रतिदिन हनुमान चालीसा पाठ करने के क्या लाभ हैं।
हनुमान चालीसा की रचना
हनुमान जी की उपासना से सुख, शांति, आरोग्य एवं लाभ की प्राप्ति होती है। नकारात्मक शक्तियां भी हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करती। हनुमानजी की महिमा और भक्त हितकारी स्वभाव को देखते हुए तुलसीदासजी ने हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा की रचना की थी। इस चालीसा का नियमित या मंगलवार, शनिवार को पाठ करने के बहुत से चमत्कारी लाभ मिलते हैं। श्री हनुमान चालीसा का एक-एक शब्द इतना प्रभावशाली है कि अगर पूरे मनोयोग से इसे 7 बार, 11 बार या फिर 108 बार पढ़ा जाए तो जीवन की हर बाधा दूर होने लगती है, हर रास्ता सरल और हर काम सफल होने लगता है। मंगल, शनि एवं पितृ दोषों से मुक्ति कि लिए भी हनुमान चालीसा का पाठ लाभकारी है।
पूरी होती है मनोकामना
हनुमान जी को अष्टसिद्घि और नवनिधि के दाता कहा गया है। जो व्यक्ति नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करता है। उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं उनके लिए भी नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना अच्छा माना जाता है। इससे रोगों से मुक्ति मिलती है।
आर्थिक दिक्ततें होती हैं दूर
हनुमान चालीसा में हनुमान जी को अष्टसिद्धि और नवनिधि के दाता कहा गया है। जो भक्त नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। हनुमानजी उनकी हर मनोकामना को पूरी करते हैं चाहे वह धन संबंधी इच्छा ही क्यों न हो। यदि आपको कभी आर्थिक संकट का सामना करना पड़े तो अपने मन में हनुमान जी का ध्यान करके हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दीजिए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक चिंताएं धीरे-धीरे दूर हो जाएगी। पाठ करते समय पवित्रता का ध्यान रखना अति आवश्यक है।
नकारात्मक शक्तियों से रक्षा
हनुमान जी को अत्यंत निडर एवं बलशाली माना गया है। राम भक्त हनुमानजी बुरी आत्माओं का नाश कर के लोगों को उससे मुक्ति प्रदान करते हैं। हनुमान चालीसा की एक चौपाई है ‘भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे। इस दोहे से बताया गया है कि जो व्यक्ति नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करता है उसके आस-पास भूत-पिशाच और दूसरी नकारात्मक शक्तियां नहीं आती हैं। जिन लोगों को रात मे डर लगता है या फिर डरावने सपने आते रहते हैं, उन्हें रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
रोग होते हैं दूर
हनुमान जी परम पराक्रमी और महावीर हैं इस बात का उल्लेख रामचरित मानस से लेकर हनुमान चालीसा तक में किया गया है। हनुमान चालीसा में लिखा भी गया है” नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।”इनके ध्यान से शरीर निरोगी और बलवान बनता है। जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं या काफी उपचार के बाद भी जिनका रोग दूर नहीं होता उन्हें नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
बुद्धि एवं चतुरता प्राप्त करने के लिए
‘विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।’हनुमान चालीसा की इस चौपाई से स्पष्ट है कि जो भक्ति-भाव सहित हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं उनमें भी हनुमान जी यह गुण भर देते हैं।हनुमान जी की कृपा पाने के लिए छात्रों को नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। छात्र जीवन में हनुमान चालीसा का पाठ करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी मिलती है।
साढे़ साती एवं शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए
एक बार शनिदेव ने हनुमान जी को वचन दिया था कि जो भी हनुमान जी की पूजा करेगा उसे शनिदेव कभी कष्ट देंगे। इसलिए शनि की साढ़ेसाती या ढैया के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ लाभदायक है।