Friday, May 17, 2024
Homeहरियाणागुरुग्राम के रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर खाते ही मुंह से फूटा खून,...

गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर खाते ही मुंह से फूटा खून, परिवार के 5 लोग पहुंचे ICU में

- Advertisment -

रेस्तरां में माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आईस देने के मामले में मैनेजर अरेस्टपुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिल्ली निवासी मैनेजर गगनदीप को अरेस्ट कियाकरीब 3 महीने से इस रेस्तरां में बतौर मैनेजर कार्यरत है आरोपी

- Advertisment -

गुरुग्राम। गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में खाना खाने गए दोस्त और परिवार के लोगों के मुंह से उस समय खून टपकने लगा जब वेटर ने खाने के बाद उन्हें माउथ फ्रेशनर सर्व किया। माउथ फ्रेशनर खाते ही सभी का मुंह जल उठा और खून टपकने लगा। इसके बाद वहां हड़कंप मच गया। मामला सेक्टर -90 के लाफारेस्टा रेस्टोरेंट का है। मामले में खेड़कीदौला थाने में साजिश व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिल्ली निवासी मैनेजर गगनदीप को अरेस्ट किया है। वो करीब 3 महीने से यहां बतौर मैनेजर कार्यरत है। वहीं रेस्तरां का मालिक अभी भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस आरोपी मालिक की तलाश में जुटी हुई है।

शिकायतकर्ता अंकित ने बताया कि वह अपनी पत्नी नेहा, मानिक, उनकी पत्नी प्रीतिका, और दीपक अरोड़ा, उनकी पत्नी हिमानी के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। खाना खत्म होने के बाद उन्हें रेस्टोरेंट की महिला वेटर अमृतपाल कौर ने माउथ फ्रेशनर आफर किया। अंकित ने बताया कि उन्होंने अपनी एक साल की बेटी को गोद में लिया हुआ था, इसलिए उन्होंने माउथ फ्रेशनर नहीं खाया, जबकि उसकी पत्नी समेत पांच साथियों ने माउथ फ्रेशनर खा लिया। इसके बाद उनके मुंह में जलन पड़ने लगी। मुंह से खून निकलने लगा और उल्टी आने लगी।

वेटर से कब्जे में लिया माउथ फ्रेशनर का पैकेट

तबीयत ज्यादा खराब होने पर अंकित ने वेटर से माउथ फ्रेशनर का पैकेट अपने कब्जे में ले लिया। इसके बावजूद रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने उनकी कोई मदद नहीं की। पीड़ितों का आरोप है कि सभी पांच लोग दर्द और हालत बिगड़ने से चिल्लाते रहे लेकिन रेस्तरां संचालक और स्टाफ मूकदर्शक बने देखते रहे। इसके बाद पीड़ित अंकित ने खुद 100 नंबर पर फोन किया और गुरुग्राम पुलिस को घटना की जानकारी दी और मदद मांगी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। लोगों की हालत इतनी ज्यादा गंभीर हो गई कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ गया। जहां अभी भी कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पीड़ितों में 3 महिलाएं भी थीं। घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें पीड़ित कहते नजर आ रहे हैं। ये देखिए इन लोगों ने क्या खिला दिया है कि सभी लोग वोमिट करते नजर आ रहे है। सभी के मुंह से खून निकल रहा है। उन्होंने सभी को निजी अस्पताल ले जाया गया। अंकित ने जब वह पैकेट डॉक्टर को दिखाया तो डाक्टर ने उसे ड्राई आइस बताया। डॉक्टर के अनुसार यह जानलेवा एसिड है। इसके सेवन से जान भी जा सकती है। खेड़कीदौला थाने के एसएचओ मनोज ने कहा कि केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में जो लोग संलिप्त होंगे उन सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।

सवाल है कि आखिर माउथ फ्रेशनर खाने से खून की उल्टियां कैसे हो सकती हैं? दरअसल, वो माउथ फ्रेशनर कुछ और नहीं, ड्राई आइस था। आइए जानते हैं कि ड्राई आइस यानी सूखी बर्फ क्या होता है और इसके खाने से खून की उल्टियां क्यों आ गईं?

क्या होती है ड्राई आइस

आरएमएल हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर अंकित कुमार बताते हैं कि ड्राई आइस को सूखी बर्फ भी कहा जाता है। ये एक तरह के कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होती है, इसकी खासियत ये होती है कि ये काफी ठंडी होती है। नॉर्मल बर्फ की बात करें तो उसका तापमान माइनस 2-3 डिग्री होता है लेकिन ड्राई आइस का तापमान माइनस 80 डिग्री तक होता है। ये सामान्य बर्फ की तरह गीली नहीं होती. वैसे को इसे छूने से मना किया जाता है लेकिन छूने पर ये बिल्कुल सूखी होती है। जहां नॉर्मल बर्फ सामान्य तापमान में पिघलने लगती है वही ड्राई आइस ज्यादा तापमान बढ़ने पर पानी की जगह भांप बनकर उड़ने लगती है।

कैसे बनती है ड्राई आइस

इस बर्फ को बनाने के लिए कार्बन डाई ऑक्साइड को 109 डिग्री फॉरेनाइट तक ठंडा करके कंप्रेस किया जाता है, जिससे ये गैस बर्फ बन जाती है जिसे बाद में छोटे-छोटे टुकड़ों में बदल दिया जाता है। इसका इस्तेमाल कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है इसका इस्तेमाल मेडिकल से लेकर फूड इंडस्ट्री सब जगह किया जाता है, फोटो शूट में भी नॉर्मल बर्फ की जगह ड्राई आइस का इस्तेमाल किया जाता है।

क्या ड्राई आइस है खतरनाक?

वैसे तो ये कार्बन डाइऑक्साइड ही होती है इसलिए ये इतनी खतरनाक नहीं होती लेकिन ये काफी ज्यादा ठंडी होती है जिसकी वजह से इसको खाने से शरीर की कोशिकाएं मरने लगती है, इसलिए इसे बिना ग्लव्स के छूने से भी मना किया जाता है, इसलिए इसे खाने या निगलने से मना किया जाता है क्योंकि इससे गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि हालांकि ये कार्बन डाइऑक्साइड का ही रूप है लेकिन इसको खाने से इनके अंदर की नसें डैमेज हो गई है जिसकी वजह से उन्हें खून की उल्टियां आई है, क्योंकि इसका इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ कूलिंग एजेंट के तौर पर किया जाता है तो इसे खाने या निगलने से मना किया जाता है।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -
- Advertisment -

Most Popular